मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्यपरदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि शिवराजसिंह कहते हैं कि मैं गलती कर सकता हूं, लेकिन बेईमानी नहीं।
अपना हक़ माँग रहे किसानो के सीने पर गोलियाँ दाग दी गईं गयी हत्या व बाद में जाँच रिपोर्ट में दोषियों को क्लीन चिट ,व्यापमं महाघोटाला व उसमें हुई 50 से अधिक मौतें , करोड़ों का ई-टेंडर घोटाला, किसानो के नाम पर ख़रीदी गयी दाल व प्याज में घोटाला, धार्मिक आस्था के महापर्व सिंहस्थ में करोड़ों का घोटाला ,निरंतर अवैध रेत निकालकर नर्मदा को छलनी करना, पीएससी में ईमानदार युवाओं के साथ धोखा, दुष्कर्म में देश में अव्वल ,वृक्षारोपण घोटाला , नर्मदा सेवा यात्रा घोटाला , इन्वेस्टर्स मीट का फर्जीवाड़ा, अनाज खरीदी में किसानों के साथ छल, युवाओं को नौकरी के झूठे सपने दिखाना , किसानो के नाम पर चल रही योजनाओं में भ्रष्टाचार आदि सारे घोटाले -फ़र्ज़ीवाडे ,गलती की श्रेणी में आते है या बेईमानी की श्रेणी में ?
शिवराजसिंह यह भी बतायें कि उनकी नज़र में गलती और बेईमानी की परिभाषाएं क्या हैं ?
कमलनाथ ने शिवराजसिंह से पूछा है कि वे यह भी स्पष्ट करे कि इन सब मामलों में आपकी भूमिका गलती की श्रेणी में है या बेईमानी की श्रेणी में ?
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज यह भी बतायें कि गलती और बेईमानी की सजायें क्या-क्या हैं ?
उन्होंने कहा कि गलती व्यक्ति से एकाध बार होती है ,लेकिन यदि वह 15 सालों तक लगातार गलतियां करता जाये तो फिर वह गलती की श्रेणी में नहीं आता ,फिर वह अपराध व बेईमानी की श्रेणी में आता है ।
इस प्रदेश के लोग अब उनको चुनाव में ही बतायेंगे कि गलती और बेईमानी की श्रेणी में क्या अंतर है व शिवराज किस श्रेणी वाली भूमिका में है ?
Comments