उमरिया से सुरेंद्र त्रिपाठी।
उमरिया में एक व्यक्ति बाघ के डर से नीचे गिर गया जिससे उसे गंभीर चोटें आई हैं। मध्यप्रदेश के बैतूल मुख्यालय से करीब 35 किलो दूर ग्राम रायपुर में बाघ के डर से एक मजदूर गम्भीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती है। ग्राम रायपुर निवासी भूरा बैगा ने बताया कि मैं मजदूरी कर के वापस अपने घर आ रहा था तभी सामने बाघ आकर खड़ा हो गया तो डर के मारे पास के पेड़ पर चढ़ गया।
इस बीच बाघ पेड़ के करीब आकर दहाड़ा और जंगल की ओर चला गया। घटना को देख डर के मारे पेड़ से गिर गया और कमर, हाथ सहित शरीर के कई हिस्सों में गम्भीर चोट आ गई है। पीड़ित युवक को आज सुबह परिजनों की मदद से जिला अस्पताल लाया गया है। जहाँ भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।
घटना के बारे में भूरा ने बताया कि क्षेत्र में करीब 5 से 6 बाघों की मूवमेंट रहती है। आये दिन आबादी क्षेत्र से सटे रहवासी क्षेत्रों में बाघ की दहाड़ सुनाई देती है। जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त रहता है लेकिन पेट पालना मजबूरी है जिसके कारण घर से बाहर काम करने जाना पड़ता है।
इस घटना का सबसे अहम पहलू ये है कि डर के मारे सीधा सादा बैगा आदिवासी पार्क अमले को इस घटना की कोई खबर नही दिया है और जिसके कारण पीड़ित को मुआवजे के रूप में कोई मदद ही मिल सकी है।
पार्क प्रबंधन से इस बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया। वहीं जब जिला अस्पताल के डाक्टर जीतेन्द्र शर्मा से इस बात की जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि अभी हमने उसका परीक्षण किया है औए एक्सरे के बाद ही पता चल पायेगा कि क्या चोट है और उसके परिजन रिपोर्ट करने से मना कर रहे हैं।
गौरतलब है पार्क प्रबंधन का रवैया आक्रामक होने के कारण दूर अंचल के ग्रामीण जितना बाघों से दहशत में नहीं रहते कहीं उससे ज्यादा पार्क प्रबंधन से रहते हैं।
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