मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्य प्रदेश में मगलवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इसके तहत राज्य में एक मोबाइल पशु चिकित्सा यूनिट शुरू करने की घोषणा की गई है।
वहीं राम वनगमन पथ योजना को संस्कृति विभाग के तहत संचालित किए जाने का फैसला किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यह जानकारी दी।
नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कैबिनेट ने पशु चिकित्सा इकाई योजना शुरू करने को अपनी मंजूरी दी है। प्रदेश में अब 108 एंबुलेंस की तर्ज पर चलित पशु इकाई होगी। पशु चिकित्सा के लिए फोन करने पर मोबाइल वाहन घर पहुंचेगा।
मोबाइल वाहन में पशु चिकित्सक, सहायक और ड्राइवर होंगे। इसके जरिए घर बैठे पशु चिकित्सक की सेवा मिलेगी। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए तीन स्तरीय एजेंसी बनाई गई है। कैबिनेट ने 7 वें वेतनमान में 11 प्रतिशत डीए की वृद्धि करके 31 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी भी दी है।
इसके अलावा बैठक में राम वनगमन पथ योजना पर भी फैसला लिया गया है। नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि बैठक में फैसला किया गया है कि राम वनगमन पथ योजना, जो अब तक धर्मस्व विभाग के तहत आ रही थी, वह अब संस्कृति विभाग के अंतर्गत संचालित होगी।
इसके अलावा मंत्रिपरिषद् की बैठक में निवाड़ी और आगर जिले में कई पदों की स्वीकृति पर भी मुहर लगाई गई। उन्होंने बताया कि बैठक में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के भुगतान के लिए सड़क परिवहन निगम को 16.5 करोड़ रुपए की ऋण की स्वीकृति दी गई।
साथ ही निवाड़ी जिले में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग में सहायक संचालक व विकास अधिकारी का 1-1 पद, वन मंडल अधिकारी कार्यालय प्रारंभ करने के लिए 5 पद, जनसंपर्क कार्यालय की स्थापना के लिए 8 पद, पीएचई विभाग में 9 और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के लिए नए पदों को मंजूरी कैबिनेट ने दी है।
मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक गांव के किसानों ने अनोखे तरीके से विरोध शुरू कर दिया। किसान मुआवजे की मांग को लेकर अधिकारियों के बर्ताव से नाराज थे। सतना जिला मुख्यालय से तकरीबन 20 किलोमीटर स्थित गांव पिथौराबाद के किसान अधिकारियों के बर्ताव से नाराज होकर बिजली की हाई टेंशन लाइन के टॉवर पर चढ़ गए। यही नहीं उन्होंने टावर पर ही खाट बिछा ली। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।
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