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पिछले प्रयास से हार नहीं मानी, दूसरी बार यूपीएससी में 939 रैंक

वामा            Apr 24, 2025


स्मृति आदित्य पांडे।

इंदौर की रहने वाली गार्गी लोढ़े ने यूपीएससी परीक्षा 2024 में 939 रैंक हासिल की है। मल्हार मीडिया के लिए उनका साक्षात्कार वरिष्ठ पत्रकार स्मृति आदित्य ने लिया है। स्मृति आदित्य की लिखने की अपनी विरली शैली है। किसी यूपीएससी टॉपर का साक्षात्कार ऐसे भी लिया जा सकता है और उसे खूबसूरती से प्रस्तुत भी किया जा सकता है, पढ़िए

चांदनी से धुली, पर्वतों की थकन

एक लड़की जो ख़ुद में ही रहती मगन

उसके पैरों में हैं आज बिजली की पायलें

उसके कदमों में हैं खुशियों की झाँझरें

उसके चेहरे पे सूरज ने कलमा लिखा

उसके माथे पे झिलमिल सा झूमर खिला... (लोरी अली)

ऐसा ही कुछ गूंज रहा है केशरबाग के स्कीम नम्बर103 के मकान नम्बर 23 बी में...जहाँ रहती है गार्गी लोंढे जिनका नाम चमका है यूपीएससी में सिलेक्ट होने पर...सफलता पर सरल-सी गार्गी का चेहरा आत्मविश्वास से दमक रहा है पर उनकी वाणी में संतुलन है, बातचीत में सहजता....

यूपीएससी में 939 रैंक लाने वाली गार्गी से जब हम बात करते हैं तो सामने उनकी मां भारती पूरे समय मुस्कुराती हुई देखती है अपनी बेटी को बोलते हुए...जब उनसे मुखातिब होते हैं तो वे कहती हैं-  ये शुरू से ऐसी ही है..

.सबसे निपट लेती है, हर परिस्थिति का सामना डट कर करती है. ताइक्वांडो सीखा है, त्योहारों पर रंगोली भी सबसे अलग और सबसे बड़ी बनाती है. मेहंदी भी सुंदर लगाती है मेरे पूरे हाथों पर, रसोई में भी मन रमता है इसका, बहुत शौक है कुकिंग का ... कभी इसे पढ़ने के लिए कहना नहीं होता है बचपन से ही अपने हर काम में परफेक्ट रहती है...यह चाहती थी कि पहली बार में ही सिलेक्ट होना है लेकिन नहीं हो सका थोड़ा दुखी हुई पर इसने अपने आपको सम्भाल लिया... इस बार मुझे पूरा यकीन था कि गार्गी सफल होगी...

गार्गी कुर्सी पर बैठी है हरे रंग के फ्लोरल डिजाइन का प्यारा सा कुर्ता पहना है ...बाल सलीके से बनाए हुए है. आइए बात करते हैं गार्गी से...

प्रश्न : गार्गी का सबसे पहला रिएक्शन क्या था जब रिजल्ट आया?

-सच कहूं तो बहुत रिलेक्स महासूस किया हालांकि अपनी रैंक मैं और बेहतर चाहती थी. खुश हुई और मां को बताया कि हो गया मेरा... पापा तो बहुत ही खुश हुए ...

प्रश्न : क्या आप दूसरे परिणाम के लिए भी तैयार थीं ?

 हाँ ...मेरे पास बी प्लान था.मैंने कैट 2024 भी क्रेक किया था. मुझे एबीसी यानी अहमदाबाद,बेंगलुरु और कोलकाता मेंसे किसी एक को सिलेक्ट करने का मौका भी था... पर मन में एक आशा की किरण भी थी कि हो जाएगा....

 प्रश्न : आपको किस सेवा क्षेत्र में काम करना पसंद है?

मेरी पर्यावरण में गहरी दिलचस्पी है तो मैं जल प्रदूषण-वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं का स्थानीय लोगों की सहायता से समाधान तलाशना चाहूंगी... पंचायत के लोगों को साथ में लेकर प्लांटेशन जैसे प्रोजेक्ट पर काम करना मेरी प्राथमिकता में हो सकता है फिलहाल तो हम लोगों को अभी स्कोर भी नहीं पता है तो कहना मुश्किल है कि किस तरह की सेवा मुझे मिलेगी. फिर भी उम्मीद है कि इनकम टैक्स या इंडियन रेवेन्यू सर्विस में हो.

प्रश्न : जो सफल नहीं हुए उनके लिए आपका क्या संदेश है?

-असफलता को चुनौती की तरह लेना चाहिए. जिस उत्सुकता से आप सफलता को लेते हैं वैसे ही असफल होने को सहजता से लें दिल पर नहीं. मैं जानती हूँ मुश्किल है पर हो जाता है बस खुद को फिर से खड़ा करना होता है.

जब मैं पहली बार सिलेक्ट नहीं हुई और कुछ ही नंबरों से रह गई तो मैंने अपने आप पर काम किया. किस विषय में अंक कम आए हैं. कौन से ऐसे विषय हैं जिन पर कम मेहनत कर ज्यादा स्कोर कर सकते हैं. पिछली बार की गलतियों पर फोकस किया,खुद पर भरोसा किया और सारे रास्ते अपने आप खुलते गए.

प्रश्न :  आपके अन्य शौक क्या हैं?

-कुकिंग, ट्रेवलिंग,आर्ट, लेखन, ताइक्वॉन्डो

प्रश्न :  माता अहिल्या वाला सवाल क्या था? आपको उनमें क्या सबसे ज्यादा पसंद है?

-हाँ,इंटरव्यू में मुझसे आदर्श के बारे में सवाल किया और उसका जवाब बोर्ड को पसंद आया. मैंने देवी अहिल्या को अपना आदर्श बताया...उनका सबसे पावरफुल इंपैक्ट जो मुझ पर है वह उनका कैरेक्टर है,उनकी पर्सनालिटी है, एक ऐसी महिला जिन्होंने इतने विषम हालतों के बाद खुद को भी आगे रखा और राजघराने की समृद्ध विरासत को भी आगे लेकर गई.. यह बात मुझे उनकी कायल बनाती है.

प्रश्न :  सबसे पहले कब सोचा कि सिविल सर्विसेस में जाना है?

जब मैं क्लास 9 में थी तब सोचा था पहली बार कि सिविल सर्विसेस अच्छा विकल्प हो सकता है.

प्रश्न :  गार्गी की पसंदीदा किताब कौन सी है?

भाई के कहने पर हाल ही में सायक्लॉजी ऑफ मनी पढ़ी थी.वित्तीय साक्षरता को सीखने और समझने के लिए युवाओं को यह पढ़नी चाहिए.

प्रश्न :  भारत में महिलाओं को लेकर आप क्या सोचती हैं?

-मानसिकता कुछ तो बदली है कुछ बदलना जरूरी है. आज भी गांवों में रूढ़िवादी सोच है वहाँ काम करने की जरूरत है.

प्रश्न :  गार्गी नाम के बारे में क्या कोई सवाल किया गया था ?

मॉक इंटरव्यू में मुझसे पूछा गया था, मैंने बताया कि बृहदारण्यक उपनिषद में विदुषी गार्गी का जिक्र आता है. उन्होंने ऋषि याज्ञवल्क्य से शास्त्रार्थ किया था.

प्रश्न :  खाली समय में क्या करना पसंद करती है?

ताइक्वांडों-कुकिंग-पोड्कॉस्ट के अलावा परिवार के साथ हर मुद्दे पर खुलकर बातें करना पसंद है.

प्रश्न :  मां और पापा के अलावा कौन है जिसे इस सफलता का क्रेडिट देंगी?

निश्चित रूप से मेरा बड़ा भाई...बहुत उतार-चढ़ाव आए हैं जीवन में पर भाई ने मेरा हौसला टूटने नहीं दिया. आज अगर मैं आपको इंटरव्यू दे रही हूँ तो इसका क्रेडिट भाई को ही जाता है.

प्रश्न :  अपनी हमउम्र लड़कियों को क्या संदेश देंगी? `

-दुनिया में इतना एक्स्पोज़र है उसे देखिए, समझिए, जानिए.

जो भी बेहतर अनुभव बाहर मिल रहे हैं बिल्कुल उन्हें लेना चाहिए लेकिन साथ-साथ पारिवारिक मूल्य और सामाजिक मर्यादा का दामन भी थामे रखें. अपनी जड़ों का आदर भी करें.

प्रश्न : आपका सूत्र वाक्य क्या है?

-मेरा प्रेरक वाक्य है चुपचाप कड़ी मेहनत करो और फिर सफलता को शोर मचाने दो.

Work hard in silence, let your success be the noise.” – Frank Ocean.

साक्षात्कारकर्ता वरिष्ठ पत्रकार हैं और वर्तमान में प्राध्यापक हैं

 

 


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