ममता मल्हार।
भाजपा के कद्दावर नेता गौरीशंकर बिसेन को रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कर बालाघाट की पहली महिला विधायक निर्वाचित होने वालीं अनुभा मुंजारे की प्राथमिकता सिंचाई की समस्या पर काम करना है।
मल्हार मीडिया के नियमित कॉलम क्या है पहली बार के विधायक की प्राथमिकता में कांग्रेस विधायक ने बताया कि उनकी विधानसभा में सिंचाई की समस्या सबसे बड़ी है। नगरपालिका और 87 ग्राम पंचायतों वाले जिलामुख्यालय की बालाघाट विधानसभा सीट में सिंचाई के साधनों की कमी है।
उनका कहना है कि अंग्रेजों के जमाने के जलाशय बने हुए हैं, जिससे किसानों के खेत तक पानी पर्याप्त या तो पहुंच ही नहीं पाता है या पहुंचता भी है तो पूरी सिंचाई नहीं हो पाती।
बालाघाट चूंकि धान बाहुल्य इलाका है और करीब 40 गांव ऐसे हैं जहां धान की खेती होती है और उन्हें पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता, जिससे हर साल पानी के अभाव में किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है।
कई वर्षों से टेकाड़ी जलाशय की सफाई नहीं हुई है, उसकी सफाई हो, लाईनिंग हो ताकि लगभग सूखे की स्थिति से गुजरने वाले गांवों को इस समस्या से निजात मिल सके।
विधायक अनुभा कहती हैं उनके विधानसभा क्षेत्र में 10 पंचायतें ऐसी आती हैं जो वनग्राम के अंतर्गत आती हैं, वहां पर सड़कों और आवागमन की सुविधा ठीक नहीं है। हाट-बाजार के लिए तीन चार किलोमीटर के दुर्गम रास्ते तय करने होते हैं। यहां सड़कों का निर्माण भी प्रमुखता से प्राथमिकता में है।
इसके अलावा विधायक अनुभा के क्षेत्र में पूर्व में 138 करोड़ की नलजल योजना शुरू हुई थी। 2013 से अब तक भाजपा के मंत्री रहे। तब से लेकर आज 2024 तक जनता को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। इस समस्या पर काम कर लोगों को शुद्ध् पेयजल उपलब्ध कराना भी उनकी प्राथमिकता में है। ज्यादातर नल बंद पड़े हुए हैं। पीएचई से संतोषप्रद जवाब कभी नहीं मिलता।
इसके अलावा जर्जर स्कूलों की बिल्डिंग का पुनरूद्धार करवाना प्राथमिकता है। इसके अलावा बच्चों को स्कूलों में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराना प्राथमिकता में।
कई डूब क्षेत्रों में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने की दिशा में काम करना भी विधायक अनुभा मुंजारे की प्राथमिकता में है।
गौरतलब है कि 1951 से 2023 तक के 72 साल के इतिहास में कांग्रेस प्रत्याशी अनुभा मुंजारे, ऐसी पहली महिला नेत्री हैं, जो बालाघाट विधानसभा की विधायक होगी। हालांकि, ऐसा नहीं है कि इस विधानसभा में महिलाओं ने कभी भाग्य नहीं अजमाया लेकिन इसमें लड़ी दो महिलाओं साईदा खातून और रेखा बिसेन को हार का सामना करना पड़ा। वहीं, अनुभा मुंजारे भी चार चुनाव हारने के बाद पांचवीं बार बालाघाट विधानसभा की पहली महिला विधायक निर्वाचित हुई है।
बालाघाट विधानसभा में ना केवल महाकौशल में भाजपा के कद्दावर नेता सात बार के विधायक एवं दो बार के सांसद सहित संगठन और सरकार के कई अहम पदों पर रहे केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन को अनुभा मुंजारे ने रिकॉर्ड तोड़ मतों से हराया था।
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