Breaking News

आरटीई के तहत ऑनलाईन लॉटरी में 83 हजार से ज्यादा बच्चों को मिला प्रवेश

मध्यप्रदेश            May 29, 2025


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के राज्य शिक्षा केन्द्र में आज गुरूवार 29 मई को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत आयोजित की गई ऑनलाईन लॉटरी में 83 हजार 483 बच्‍चों को उनकी पसंद के निजी विद्यालयों में नि:शुल्‍क प्रवेश प्राप्‍त हुआ है। इनमें से 72 हजार 812 बच्‍चे ऐसे हैं जिन्‍हें उनके द्वारा चयनित प्रथम वरीयता वाले स्‍कूलों में प्रवेश मिला है।

राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने आरटीई के तहत निजी विद्यालयों की प्रथम प्रवेशित कक्षा में वंचित समूह और कमजोर वर्ग के बच्चों के निःशुल्क प्रवेश के लिये ऑनलाइन लॉटरी का बटन क्लिक किया। इस प्रक्रिया का सीधा प्रसारण राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र के यूट्यूब चैनल पर किया गया। संचालक राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र हरजिंदर सिंह ने कहा कि देश भर में आरटीई के तहत ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम अपनाने वाला अग्रणी राज्य मध्यप्रदेश है।

इस पारदर्शी व्यवस्था से अभिभावकों को उनके क्षेत्र के स्कूल और उनमें उपलब्ध सीटों की जानकारी के साथ ही ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से उनके बच्चों को स्कूल में सीट आवंटित हो जाएगी। संचालक राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र ने लॉटरी में चयनित बच्चों को उनकी पंसद का स्कूल आवंटित होने पर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। संचालक ने पारदर्शी ऑनलाइन व्यवस्था निर्मित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग और मध्‍यप्रदेश स्‍टेट इलेक्‍ट्रानिक्‍स डेव्‍हलेपमेंट कॉरपोरेशन (MPSEDC) टीम की प्रशंसा भी की।

संचालक राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र ने बताया कि आरटीई के तहत निजी विद्यालयों में प्रवेश के लिए पारदर्शी और तकनीक आधारित व्यवस्था अपनाई गई है। इस वर्ष आरटीई के तहत लॉटरी के लिए दस्तावेज सत्यापन के उपरांत एक लाख 66 हज़ार 751 बच्चे पात्र हुए थे। जिनमें से 83 हजार 483 बच्‍चों को उनके द्वारा चयनित स्‍कूलों का आवंटन किया गया है। इनमें से 43 हजार 363 बालक एवं 40 हजार 120 बालिकाएं हैं। जिन्हे आज इस ऑनलाइन लॉटरी मे शामिल करते हुये रेंड़म पद्वति से स्कूल का आवंटन किया गया है। जिन बच्चों को स्कूल का आवंटन हो रहा है, उन्हें उनके पंजीकृत मोबाईल नंबर पर एसएमएस माध्‍यम से भी सूचना दी जा रही है। बच्चे उनके आवंटित स्कूलों में 2 से 10 जून 2025 तक जाकर प्रवेश ले सकेंगे। इन बच्चों की फीस राज्य सरकार द्वारा नियमानुसार सीधे स्कूल के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर की जाएगी। ऑनलाईन लॉटरी में विभिन्‍न प्रायवेट स्‍कूलों की नर्सरी कक्षा में 54 हजार 038, केजी-1 में 22 हज़ार 799 और कक्षा पहली में 6 हज़ार 646 बच्‍चों को नि:शुल्‍क प्रवेश के लिये सीटों का आवंटन हुआ है।

ऑनलाइन लॉटरी में इनमें से 72 हजार 812 बच्‍चों को उनकी प्रथम वरीयता (फर्स्‍ट चॉइस) के स्‍कूलों का, 5 हजार 646 को द्वितीय वरीयता के स्‍कूलों का, 2 हजार 665 को तृतीय वरीयता के स्‍कूलों का, 924 को चतुर्थ वरीयता के स्‍कूलों का, 555 को पांचवीं वरीयता के स्‍कूलों का, 298 को छटवीं वरीयता के स्‍कूलों का, 235 को सातवीं वरीयता के स्‍कूलों का, 157 को आठवीं वरीयता के स्‍कूलों का, 90 को नवीं वरीयता के स्‍कूलों का तथा 101 को उनकी दसवीं वरीयता के स्‍कूलों का आवंटन हुआ है।

यूट्यूब लाइव सत्र के दौरान राज्‍य शिक्षा केन्‍द्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने निजी विद्यालयों में नि:शुल्‍क प्रवेश हेतु पात्र विभिन्‍न श्रेणियों की बच्‍चों की जानकारी देते हुए बताया कि सबसे अधिक संख्‍या में विभिन्‍न श्रेणियों के गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों के लगभग एक लाख 12 हजार से अधिक बच्‍चों के आवेदन लॉटरी प्रक्रिया के लिये पात्र हुए हैं।

श्रेणी

सत्‍यापन उपरांत कुल पात्र आवेदन

ऑनलाइन लॉटरी में स्‍कूल आवंटन वाले बच्‍चों की संख्‍या

गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों के बच्‍चे (बीपीएल)

1,12,016

53767

विशेष आवश्‍यकता वाले दिव्‍यांग बच्‍चे CWSN

61

57

वनग्राम के पट्टाधारी परिवारों के बच्‍चे

92

51

एच आई वी पॉजिटिव परिवारों के बच्‍चे

7

2

अनाथ बच्‍चे

5

3

कोविड के दौरान अनाथ हुए बच्‍चे

7

7

अनुसूचित जाति

43,383

23,266

अनुसूचित जनजाति

10,312

5,839

विमुक्‍त जाति

868

491

कुल आवेदन

1,66,751

83,483



 


Tags:

malhaar-media right-to-education rte-admission more-than-83-thousand-children-got-admission

इस खबर को शेयर करें


Comments