एंकर का नया रूप, जो बंधुआ की तरह टीवी पर बोलता रहता है
मीडिया
Feb 16, 2016
जगदीश्वर चतुर्वेदी।
टाइम्स नाउ और दूसरे कई चैनल राष्ट्रवाद का बिगुल बजा रहे हैं। भाजपा कारपोरेट मीडिया का अपने वैचारिक कवच की तरह इस्तेमाल कर रही है। सुंदर बात है अर्णव गोस्वामी का संघ का प्रवक्ता बन जाना। एंकर का यह नया रूप है जो बंधुआ की तरह टीवी पर बोलता रहता है।
कमाल की अदालत है!
पटियाला हाउस कोर्ट में जिन वकीलों ने मारपीट की उनको सीधे गिरफ्तार करने के आदेश गृहमंत्री को देने चाहिए। सारे मीडिया में फोटो घूम रहे हैं, लेकिन राजनाथ सिंह ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया, जज ने भी संज्ञान नहीं लिया कमाल की अदालत है!!
मैंने अपने राजनीतिक जीवन में अब तक किसी गृहमंत्री का ऐसा बयान नहीं सुना, जैसा जेएनयू के प्रसंग में पहला वाला बयान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिया। गृहमंत्री उत्तेजक भाषा में, अशांतभाव से बोल रहे थे, शासक के लिए अशांत और उत्तेजक भाव तो जहर है। इससे समाज में अशांति पैदा होती है।
राजनाथ सिंह जी आपको किसने सिखाया कि सरकारी पद पर अशांत और पक्षधर भाव से बयान दें। मंत्री तटस्थ होता है, वह मामले की जांच के आदेश दे सकता है, लेकिन उसको बयानबाजी में पक्षधर नहीं होना चाहिए। पुलिस तंत्र किसलिए है ?
मंत्री का काम करो, संघी का काम मत करो
गृहमंत्री ने पक्षधर बयान देकर लोकतंत्र के मंत्री की शपथभंग की है। मंत्री सबका है, तटस्थ है, यह शपथ है आपकी। आप इसे बार-बार भूल रहे हैं, जानते नहीं हैं आपके बयान किस तरह सामाजिक क्षति कर रहे हैं। यदि किसी वजह से तनाव में हैं तो कम से कम मीडिया में न जाएं, पुलिस से कहो, वह काम करेगी, मंत्री का काम करो, संघी का काम मत करो।
भाजपा के दिल्ली से विधायक ओपी शर्मा के खिलाफ अभीतक पुलिस ने केस दर्ज क्यों नहीं किया ? क्या इसका आदेश पीएम देंगे राजनाथ सिंह जी! पुलिस कमिश्नर तो भाकपा कार्यकर्ता की शर्मा के हाथों पिटाई को गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। यही संघी न्याय है?
जगदीश्वर चतुर्वेदी। लेखक प्रगतिशील चिंतक, आलोचक व मीडिया क्रिटिक हैं। वे हस्तक्षेप के स्तंभकार हैं।
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