मल्हार मीडिया ब्यूरो।
भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय ने सभी मीडिया चैनलों के लिए जारी की है। जिसमें कहा गया है कि डिफेंस ऑपरेशन और सेना के मूवमेंट को लेकर संयम बरतें। साथ ही सरकार ने कंधार, काबुल में कारगिल युद्ध, मुंबई हमले और कंधार अपहरण कांड के कवरेज की याद भी दिलाते हुए कहा कि एडवाईजरी में कहा गया है कि यह सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले के मद्देनजर यह नैतिक जिम्मेदारी भी है
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे है। दोनों देशों की सरकारों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए हैं। इस बीच दोनों देशों में डिफेंस ऑपरेशन और आर्मी मूवमेंट को लेकर भी हलचल बढ़ी है। इस बीच भारत सरकार ने सभी मीडिया चैनलों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
जिसमें सरकार ने मीडिया चैनलों से संयम बरतनें की अपील की है।
इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सावधानी बरतने और मौजूदा कानूनों तथा नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है। एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि रक्षा अभियानों या सुरक्षा बलों की गतिविधियों से संबंधित किसी भी प्रकार की “रियल टाइम कवरेज”, दृश्य प्रसारण या “स्रोत आधारित” जानकारी का प्रसारण नहीं किया जाना चाहिए। समय से पहले संवेदनशील जानकारी का खुलासा करने से शत्रुतापूर्ण तत्वों को लाभ मिल सकता है और हमारे सुरक्षा बलों की कार्यकुशलता तथा उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
मंत्रालय ने अतीत के उदाहरण भी याद दिलाए हैं, जैसे करगिल युद्ध, मुंबई आतंकवादी हमला (26/11) और कंधार अपहरण की घटनाएं, जहां अनियंत्रित कवरेज ने राष्ट्रीय हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला था। इसलिए मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और आम नागरिकों से यह अपेक्षा की गई है कि वे न केवल कानूनी दायित्वों का पालन करें बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति नैतिक जिम्मेदारी भी निभाएं।
एडवाइजरी में यह भी उल्लेख किया गया है कि पहले भी सभी टीवी चैनलों को केबल टेलीविजन नेटवर्क (संशोधन) नियम, 2021 के नियम 6(1)(p) का पालन करने का निर्देश दिया गया था। इस नियम के तहत “किसी भी आतंकवाद-रोधी अभियान की लाइव कवरेज को प्रतिबंधित किया गया है और मीडिया को केवल सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी की समय-समय पर ब्रीफिंग तक सीमित रहना होगा, जब तक कि अभियान समाप्त न हो जाए।” यदि किसी चैनल द्वारा इस नियम का उल्लंघन किया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मंत्रालय ने दोहराया है कि सभी टीवी चैनल, मीडिया प्लेटफॉर्म्स और सोशल मीडिया उपयोगकर्ता देश की सुरक्षा के लिए सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का पालन करें, और राष्ट्र सेवा में उच्चतम मानकों को बनाए रखें। यह एडवाइजरी सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति के साथ जारी की गई है
राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी मीडिया चैनलों से संयम बरतने की अपील की जाती है।
डिफेंस ऑपरेशन पर सूत्रों आधारित समाचार, रियल टाइम कवरेज या सेना के मूवमेंट को न दिखाएं।
सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कारगिल युद्ध, मुंबई हमले और कंधार अपहरण कांड के कवरेज की याद भी दिलाई गई है। बताया गया है कि यह केवल राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला नहीं बल्कि नैतिक जिम्मेदारी भी है।
आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन का लाइव कवरेज दिखाना केबल टीवी नेटवर्क नियमों का उल्लंघन है। जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि ऐसे ऑपरेशन में सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी द्वारा नियमित ब्रीफिंग की जाती है। इस ब्रीफिंग की ही मीडिया कवरेज की जाए।
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