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बिहार में बंपर वोटिंग, 1314 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद

राष्ट्रीय            Nov 06, 2025


मल्हार मीडिया डेस्क।

बिहार में पहले चरण के मतदान में कई क्षेत्रों में सुबह से ही लंबी कतारें देखी गईं। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, ये मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, जिसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पहले चरण में हुए इस मतदान के साथ ही 1314 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत ईवीएम (EVM) में बंद हो गई। इनमें प्रमुख रूप से राजद नेता तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा सहित राज्य सरकार के 16 मंत्रियों का भविष्य शामिल है। अब सभी की निगाहें 14 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जब ये साफ होगा कि इस बंबर वोटिंग का फायदा किस गठबंधन को मिला है।

लखीसराय में बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के काफिले पर हुए हमले को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, 'प्रशासन इन्हीं की है। हम तो कहते हैं कि गुंडा राज चल रहा है। आज गुंडाराज खुद भुगतना पड़ गया है। लोगों के मन में गुस्सा है।'

गोपालगंज में मतदान के बीच, बरौली विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी रेयाजुल हक राजू ने अपने और जदयू प्रत्याशी मंजीत सिंह का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा बनाया गया एक आपत्तिजनक फोटो फेसबुक पर वायरल किए जाने के खिलाफ बरौली थाना में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई है। बसपा प्रत्याशी ने आरोप लगाया है कि यह फर्जी AI फोटो उनकी छवि धूमिल करने और मतदाताओं में भ्रम फैलाने के उद्देश्य से वायरल किया जा रहा है।

नालंदा जिले की सातों विधानसभा सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, जिसमें देर शाम तक 58.5% वोटिंग का अनुमान है, जिससे 68 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया। डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि जिले में सर्वाधिक मतदान नालंदा विधानसभा (60.63%) में हुआ, जबकि जिला मुख्यालय की बिहारशरीफ सीट पर सबसे कम (53.05%) वोटिंग हुई। पूरी प्रक्रिया की निगरानी 100% वेबकास्टिंग से की गई। सुरक्षा व्यवस्था के बीच, एसपी भारत सोनी ने बताया कि शांति भंग की आशंका में 127 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया। हालांकि, हरनौत के बूथ संख्या 280 पर लोगों ने कुछ समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार भी किया।

बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मुजफ्फरपुर जिले के औराई विधानसभा क्षेत्र के जीवाजोर गांव के ग्रामीणों ने मतदान का पूर्ण बहिष्कार किया। ग्रामीणों का कहना है कि वे 2008 से विस्थापन की मार झेल रहे हैं, लेकिन उन्हें आज तक न तो कोई मुआवजा मिला है और न ही पुनर्वास की कोई ठोस व्यवस्था की गई है। जनप्रतिनिधियों के केवल आश्वासन देने से नाराज ग्रामीणों ने अपनी मांग 'मुआवजा नहीं तो कैसा मतदान' पर अडिग रहते हुए प्रशासन के समझाने-बुझाने के बावजूद मतदान केंद्रों से दूरी बनाए रखी। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं होता है, तो वे आगे भी चुनावों का बहिष्कार करेंगे।

 अररिया के आजाद एकेडमी मैदान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बिहार और केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार सरकार नीतीश कुमार नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह तथा ब्यूरोक्रेट्स चला रहे हैं। उन्होंने मोदी-शाह पर 'नफरत की राजनीति' करने, हिंदू-मुसलमान और अगड़ा-पिछड़ा को लड़ाने तथा अडानी-अंबानी को फायदा पहुँचाने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने दिल्ली में ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स का राज, नफरत का राज, नोटबंदी, गलत जीएसटी और बेरोजगारी को ही 'असली जंगलराज' बताया। उन्होंने वादा किया कि महागठबंधन की सरकार आने पर सबकी आवाज सुनी जाएगी, रोजगार मिलेगा और नालंदा यूनिवर्सिटी की तर्ज पर उच्च गुणवत्ता वाली यूनिवर्सिटी खोली जाएगी, जहाँ विदेशों से छात्र पढ़ने आएँगे। उन्होंने मतदाताओं से 'वोट चोरी' को बूथ पर ही नाकाम करने की अपील की।

गया: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, 'पिछले 30 सालों में सबसे ज़्यादा मतदान होना इस बात का संकेत है कि बिहार में बदलाव आ रहा है। 14 नवंबर को एक नई व्यवस्था स्थापित होने जा रही है..."

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मुजफ्फरपुर जिले की सभी 11 सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया, जहाँ लगभग 62% वोटिंग दर्ज की गई। जिले के करीब 33 लाख मतदाताओं ने 130 प्रत्याशियों का फैसला EVM में बंद कर दिया, जिसके परिणाम 14 नवंबर को घोषित होंगे। जिले की 11 सीटों—जिनमें मुजफ्फरपुर नगर, कुढ़नी, साहेबगंज, बरुराज, औराई, कांटी, मीनापुर, गायघाट, सकरा, बोचहां और पारू शामिल हैं—पर एनडीए (भाजपा 5, जदयू 4) और महागठबंधन (राजद 7, कांग्रेस 2, वीआईपी 2) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दिनभर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं, विशेषकर ग्रामीण इलाकों में, खासा उत्साह देखा गया।

दरभंगा जिले की दस विधानसभा सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ, जिसमें कुल 58.38% मतदान दर्ज किया गया और 123 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। डीएम कौशल कुमार ने पुष्टि की कि चुनाव में व्यवधान डालने वाले कुल 58 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें केवटी और गौराबौराम विधानसभा क्षेत्र से बोगस वोटिंग करते हुए दो युवक भी शामिल हैं। हालांकि, कुशेश्वरस्थान विधानसभा के सुघराइन गाँव में सड़क और पुल नहीं बनने के विरोध में चारों बूथों पर पूर्ण मतदान बहिष्कार रहा, जहाँ देर शाम तक एक भी वोट नहीं डाला गया। मतदान के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे, जिसमें डीएम कौशल कुमार और एसएसपी जगुनाथ रेड्डी सहित आला अधिकारी 6,700 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से लगातार निगरानी कर रहे थे।

अररिया के आजाद एकेडमी मैदान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुनावी सभा में सुरक्षा में बड़ी चूक देखी गई, जहाँ राहुल गांधी को सुनने आई बेकाबू भीड़ ने बांस की बैरिकेडिंग तोड़ दी और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। भीड़ ने हेलीपैड की बैरिकेडिंग तोड़कर हेलीकॉप्टर तक पहुँचने की कोशिश की, जिसे नियंत्रित करने में पुलिस बल कम पड़ गए। इस दौरान पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी भीड़ में घिरकर दब गए। सभा समाप्त होने पर भीड़ बेकाबू हो गई और राहुल गांधी की कार तक पहुँच गई, जिससे उन्हें बड़ी मुश्किल से हेलीकॉप्टर तक पहुँचाया जा सका। सुरक्षा में इस लापरवाही पर पप्पू यादव ने बिहार सरकार और जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा, और आरोप लगाया कि यह चूक राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है, इसलिए सरकार को समुचित सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।

सीतामढ़ी के रीगा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी अमित कुमार टुन्ना के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्तों (ज्ञानेश कुमार, एस एन संधू, विवेक जोशी) पर 'घोटाले' और संविधान के साथ खिलवाड़ करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने सभा में लोगों से चुनाव आयुक्तों के नामों पर 'चोर' के नारे लगवाए। प्रियंका ने दावा किया कि बिहार में 65 लाख वोटरों के नाम कटे हैं और सरकार तथा आयोग मिलकर साजिश कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि ये चुनाव आयुक्त सोचते हैं कि "रिटायर कर चैन से रहेंगे, लेकिन इस तरह का घोटाला देश नहीं भूलेगा।" उन्होंने मोदी सरकार पर अडानी को एक रुपये में जमीन देने, निजीकरण और महिलाओं को ₹10 हजार देकर वोट खरीदने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।

बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के प्रथम चरण में पालीगंज विधानसभा क्षेत्र (190) में गुरुवार को 65% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अनुमंडल निर्वाची पदाधिकारी सह एसडीओ गरिमा लोहिया के अनुसार, गुलाबी ठंड के बावजूद महिलाओं और युवाओं में खासा उत्साह देखा गया, और दिन चढ़ने के साथ ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लगी रहीं।

मखदुमचक, चंदौस और नगर बाजार जैसे कई गाँवों में वोटरों का जोश बरकरार रहा। वहीं, बिक्रम विधानसभा में भी 68% मतदान दर्ज किया गया। पहली बार मतदान करने पहुंचे युवा मतदाताओं—जैसे कुमारी निक्की, प्रियंका, और सुरुचि—ने इसे अपनी जिम्मेदारी बताया और कहा कि वे ऐसा विधायक चाहते हैं जो इलाके का समुचित विकास कर सके।

 


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