मल्हार मीडिया ब्यूरो।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को 30 जून की आधी रात को संसद के केंद्रीय कक्ष में लांच किया जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को यह घोषणा की। जेटली ने मीडिया को बताया कि इसके लिए आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद रहेंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज मंगलवार को जीएसटी लॉन्च को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि "जीएसटी के लिए उस वक्त विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा।"
जेटली ने कहा कि "माननीय राष्ट्रपति की मौजूदगी में जीएसटी 30 जून और 1 जुलाई की आधी रात 12 बजे लॉन्च किया जाएगा। इसके लिए दो पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा से भी कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया गया है। जीएसटी का शुभारंभ कार्यक्रम संसद के सेंट्रल हॉल में होगा। सांसदों, मुख्यमंत्रियों और राज्यों के वित्त मंत्रियों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जा रहा है।"
जेटली ने आगे कहा कि "केरल और जम्मू-कश्मीर की विधानसभाओं में भी जल्द ही जीएसटी बिल पास हो जाएगा। जीएसटी के बाद कुछ समय के लिए चुनौतियां का सामना करना पड़ेगा। मध्यम से लंबी अवधि के बीच केंद्र और राज्य का राजस्व जीएसटी के जरिए बढ़ेगा। जीएसटी देश की इनडायरेक्ट टैक्स सिस्टम को पूरी तरह बदल देगा।"
गौरतलब है कि 1 जुलाई से देश भर में जीएसटी लागू किया जाना है। इस नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की शुरूआत 30 जून की आधी रात को संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में होगी। सरकार संभवत: पहली बार नई कराधान प्रणाली शुरू करने के लिये केंद्रीय कक्ष का उपयोग करेगी। नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली 2,000 अरब डॉलर से अधिक अर्थव्यवस्था को नया रूप देगी। 30 जून और 1 जुलाई की आधी रात को घंटा बजेगा जो यह रेखांकित करेगा कि जीएसटी आ गया है।
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