मल्हार मीडिया ब्यूरो।
2015 में सीरिया के शरणार्थी अयलान कुर्दी की ही तरह मोहम्मद शोहयात की तस्वीर ने भी एक बार फिर दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। 16 महीने के मोहम्मद शोहयात की तस्वीर म्यांमार में रह रहे रोहिंग्या समुदाय के कहानी बयां करती है जो म्यांमार छोड़कर बांग्लादेश पलायन कर रहे हैं। शोहयात की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, दुनियाभर में इस तस्वीर ती तुलना अयलान कुर्दी से की जा रही है।
दरअसल मोहम्मद शोहयात के पिता पहले ही बांग्लादेश पहुंच गए थे। मोहम्मद शोहयात अपने परिवार के साथ बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहा था कि तभी उसकी नांव पानी में डूब गई और सभी मारे गए। तभी शोहयात की डेडबॉडी कीचड़ में सनी हुई मिली। मोहम्मद शोहयात की इस तस्वीर के जरिए उसके पिता कहना चाहते हैं कि उनकी इस समस्या को दुनिया के सामने लाया जाए। रोहिंग्या म्यांमार में रहने वाली मुसलमानों की अल्पसंख्यक आबादी है। साल 2016 में लाखों रोहिंग्या बेघर हो गए हैं। यही वजह है कि ये शरणार्थी पानी के रास्ते बांग्लादेश में पलायन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी त्रासदिक घटना में चार साल के बच्चे आयलान का शव यूनान से बहकर तुर्की के तट पर आया था। औंधे मुंह पड़े मासूम आयलान के शव की इस उदास तस्वीर ने सीरिया शरणार्थियों की दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित किया था जो जोखिम उठाकर यूरोप की यात्रा करते हैं। इसके अलावा 2016 में सीरिया से 5 साल के एक बच्चे ओमरान दाकनिश की तस्वीर भी सामने आई थी।
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