मल्हार मीडिया ब्यूरो।
12,600 करोड़ रुपये के घोटाले से पीड़ित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंक का सालाना आधार पर जोखिम-आधारित निरीक्षण किया था।
बैंक ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, "मीडिया के कुछ धड़ों में ऐसी खबरें आई हैं कि आरबीआई ने 2009 से ही पीएनबी के मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा में कोई ऑडिट नहीं किया है। यह स्पष्ट किया जाता है कि आरबीआई ने हर साल बैंक का जोखिम-आधारित सर्वेक्षण किया है।"
पीएनबी देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक है, जो हीरा व्यापारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी द्वारा किए गए 12,600 करोड़ रुपये के घोटाले के कारण मुश्किल स्थिति में है।
बैंक ने यहां बुधवार को एक नियामकीय फाइलिंग में कहा कि खरबों रुपये के घोटाले के बाद पीएनबी ने ए. के. प्रधान को समूह मुख्य जोखिम अधिकारी के पद पर नियुक्त किया है।
इससे पहले, घोटाले की रकम 11,300 करोड़ रुपये बताया जा रहा था, लेकिन मंगलवार को बैंक ने शेयर बाजारों को सूचना दी कि 1,300 रुपये के अतिरिक्त घोटाले का पता चला है।
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