मल्हार मीडिया ब्यूरो।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 26 जवान शहीद हो गए। हमले में कुछ अन्य जवान घायल भी हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जाती है। ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन के थे।
सीआरपीएफ की टीम सुकमा के चिंतागुफा में सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा में लगी हुई थी।चिंतागुफा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ और जिला बल के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था। दल जब बुरकापाल क्षेत्र में था, तब नक्सलियों ने उन पर हमला कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक जताते हुए कहा, शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम स्थिति की करीबी निगरानी कर रहे हैं। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सुकमा नक्सली हमले में सीआरपीएफ जवानों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे।
सुकमा जिले के एएसपी जितेंद्र शुक्ला ने कहा, घटना दोपहर 1.30 बजे उस समय घटी, जब सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे ये जवान खाना खाने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। अचानक हुए इस हमले के बाद जवानों ने भी जवाबी गोलीबारी की। काफी समय तक दोनों तरफ से गोलीबारी होती रही। उल्लेखनीय है कि इसी जगह वर्ष 2010 में हुए नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे।
घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया और घायल जवानों को बाहर निकालने की कार्रवाई की गई। सीआरपीएफ की कोबरा टीमें मुठभेड़ की जगह पर पहुंच गई हैं और वहां सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि घायलों के निकालने के लिए एक हेलीकॉप्टर भी घटनास्थल के लिए भेजा गया। इधर दंतेवाड़ा में भी सुरक्षा बलों ने एक IED को डिफ्यूज कर दिया। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के रास्ते में ये IED लगाई थी।
पिछले महीने दंतेवाड़ा जिले में ही गश्त पर निकले पुलिस बल पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसके बाद पुलिस ने नक्सलियों पर जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान हुई मुठभेड़ में छह नक्सली मारे गए थे।
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