ममता मल्हार।
12th फेल वालों ने कितना पैसा फेसबुक में भरा होगा
हर पहली पोस्ट उसी की आ रही है। अब कौन फ़िल्म देखने में समय खराब करे। मजा तो तब और ज्यादा होता जब नौकरी शुरू होने के बाद सिस्टम-समाज से जूझता आईपीएस दिखाया जाता। ऐसा लगता है सारा संघर्ष बस नौकरी पाने तक का है। अब आप इस समाज का लड़कियों के प्रति दोगला रवैया देखिये। एक वेब सीरीज है एस्पिरेन्ट। उसमें नायक अपनी प्रेमिका को मेंस के पहले ही इस ओवर कांफिडेंस में मना कर देता है कि वह कभी upsc निकाल नहीं पाएगी और दूसरी लड़की के साथ दोस्ती बढ़ा लेता है। इसकी कोई चर्चा नहीं।।
लड़का है भाई कर सकता है ऐसा। लड़की ने भी परीक्षा पास की IRS बनी पहले वाली। अब इधर 12th फेल की नायिका के बहाने लड़कियों को उपदेश दिए जा रहे हैं कि देखो वह तो उसके चक्की चलाने तक में साथ देने वाली थी। बाकी तो छोड़कर चली जाती हैं। तो भाईयों एक बात दिमाग में बिठा लो कि अब लड़कियां भी ज्यादातर को कमाऊ ही चाहिए, साथ में दहेज और नौकरी के साथ घर का काम करने वाली भी चाहिए।
लड़की शादी करके सब छोड़कर आती है, लड़कों को कब घरबार माता-पिता छोड़ने पड़ते हैं। महिमामंडन औऱ दो दशक पुराने ढर्रे वाली सोच बदलिये। किसने अपनी बहन बेटी के लिए अच्छी नौकरी वाला लड़का घर-परिवार नहीं देखा होगा। फर्क सिर्फ इतना है कि लड़कों की तरफ से लड़कियों के नाम पर रोना-धोना ज्यादा हो जाता है लड़कियां खामोशी से पीछे हट जाती हैं।
जरूर देखो एस्पिरेन्ट Pre-Mains और Life के दोनों सीजन अमेजन पर तो हैं ही प्राइम पर भी हैं। और भी तरह के संघर्ष दिखेंगे upsc क्लियर करने वालों और न करने वालों के भी।
12th Fail देखी, नौकरी लगने तक की कहानी है। एस्पिरेन्ट Pre-Mains और देखो, और भी तरह के संघर्ष दिखेंगे upsc क्लियर करने वालों आईएएस,आईपीएस बनने के बाद के और क्लीयर न न करने वालों के भी। कंप्लीट कंटेंट क्या होता है यह सीरीज बताती है
पर और किसी के लिए नहीं तो कम से खुद के घर की महिलाओं को देख सोचकर ही कम से कम बकवास करना बंद करो।
तुम लोग इतने बड़े पढ़ाकू होते तो फेसबुक पर 12th फेल के बहाने अपनी कुंठाएं निकालने के लिए किराये का लेखन या फोकट प्रमोशन नहीं कर रहे होते। खोट तो किसी की भी नियत में आ सकती है और कोई भी बदल सकता है बस अपने गिरेबानों में जरूर झांकते रहना चाहिए।
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