मल्हार मीडिया भोपाल।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि आज भी मेरा मन नहीं मानता कि प्रभात झा जी अब हमारे बीच नहीं हैं। श्री शर्मा ने याद करते हुए कहा कि जब वे बीमार हुए उससे 5 दिन पहले मुझे उनका फोन आया कि तुम कहां हो, मिलना है। मैंने कहा कि प्रदेश कार्यालय में हूं, मैं यहां से निकलकर आपके निवास आकर मुलाकात करता हूं, लेकिन उन्होंने कहा कि मैं मिलने आऊंगा। वे मेरे निवास आए और आधे घंटे तक हुई बैठक में विभिन्न विषयों पर बात हुई।
यह उद्गार प्रदेशाध्यक्ष ने प्रभात झा श्रृद्धांजली सभा में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मेरा संबंध स्व. प्रभात झा जी से 1990 में कॉलेज का विद्यार्थी रहते समय हुआ था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में रहते हुए मैं उनके मुलाकात करने उनके निवास जाया करता था।
उन्होंने कहा कि स्व. प्रभात झा जी ऐसे संगठक थे कि एक व्यक्ति को कैसे तैयार किया जाता है, यह मैंने उनको कार्यकर्ताओं को तैयार करते हुए देखा है। वे छोटी सी लूना से चलते थे। अपनी मेहनत व श्रम से यहां तक पहुंचना कोई सामान्य बात नहीं है।
श्री शर्मा ने कहा कि पूरे देश के साथ दुनियाभर में आज उनके तैयार किए हुए कार्यकर्ता, समर्थक उन्हें याद कर रहे हैं। पार्टी में मंडल स्तर तक वे प्रवास करते थे। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए इतना निचले स्तर तक प्रवास करना कार्यकर्ता निर्माण और संगठन को मजबूत बनाने का उनका ही कौशल था।
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