मल्हार मीडिया।
मध्यप्रदेश के इटारसी में एक धार्मिक आयोजन में सोमवार को शामिल होने आए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने होशंगाबाद में पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम शिवराज सिंह की नर्मदा सेवा यात्रा के प्लान को अपना प्लान बताया। साथ ही इशारे-इशारे में यह जताने की कोशिश की है कि शिवराजसिंह ने उनके ही प्लान को टेकओवर किया है।
अपनी बात के प्रमाण के लिए 2013 के नगरीय प्रशासन विभाग के प्लान की कॉपी उपलब्ध कराई। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री होने के बाद भी भाजपा संगठन से कोई भी अधिकारिक रूप से उनकी अगवानी को नहीं पहुंचा और ना ही प्रोटोकाल के अनुसार ही प्रशासन से कोई मौजूद था।
बाबूलाल गौर ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने ही यह प्लान बनाया था। इसका सर्वे भी कराया था। मैं जब 2013 में नगरीय प्रशासन मंत्री थे, तब वन मंत्री सरताज सिंह और तत्कालीन आवास एवं पर्यावरण मंत्री जयंत मलैया के साथ अमली जामा पहनाना शुरू भी किया था। उनका कहना था कि सेवा के पहले शुद्धी जरूरी है इसलिए वे यह बात सामने ला रहे हैं।
सिर्फ यह दो फर्क बताए
1.वे नर्मदा की शुद्धि और सरंक्षण की बात सीधे-सीधे कह रहे थे, वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इसे सेवा यात्रा का नाम दे रहे हैं।
2.उनके प्लान में नर्मदा किनारे महुआ,बरगद,पीपल जैसे पेड़ लगाने की कार्ययोजना थी जबकि वर्तमान में फलदार पेड़ लगाने की बात की जा रही है।
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