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चंबल के बीहड़ में लाड़ली ने भरी कामयबी की उड़ान

वामा            Jan 09, 2015


भिण्ड,ब्यूरो । ग्वालियर-चंबल अंचल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटी बचाओ आंदोलन के सकारात्मक नतीजे सामने आने लगे हैं । यह नतीजे सिर्फ लिंगानुपात बदलने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि दूरस्थ गांव-कस्बे के गरीब घरों की बेटियां भी उच्च शिक्षा और कार्पोरेट नौकरियां हासिल कर कामयाबी की उड़ान भरने लगी हैं। इसकी जीवंत मिसाल सौम्या है, जिसने सारी चुनौतियों और अवरोधों से पार पाते हुये अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ इच्छा शक्ति से न केवल देश के बड़े शिक्षा संस्थान से उच्च शिक्षा प्राप्त की बल्कि, एक प्रतिष्ठित मीडिया कंपनी में ऊंचे ओहदे पर नौकरी भी हासिल की । कुमारी सौम्या की कहानी की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। गरीबी से जूझते हुये विपरीत परिस्थितियों में भी मेहनत के बल पर अपनी मंजिल तक पहुंचने वाली सौम्या जिस इलाके से आती हैं वह हत्या और अशिक्षा के लिये बदनाम थे। चंबलांचल के भिण्ड जिले के गोहद इलाका भी इस बुराई से दूर नहीं था, लेकिन सौम्या नेअपनी लगन और हठ तथा मां-बाप के सहयोग से अंचल पर लगी कलंक की कालिख पोंछने की शुरूआत की। कु. सौम्या शुरू से ही पढऩे में होशियार थी, लेकिन मां-बाप की गरीबी उसके रास्ते की सबसे बड़ी बाधा थी,लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी । उसे पिता अरविंद शर्मा और मां श्रीमती अर्चना शर्मा ने सहयोग दिया जिसके चलते उसने अच्छे अंकों से इंटर की परीक्षा पास की। जिसके बलबूते उसे ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया गल्र्स कालेज में कंप्यूटर साइंस में प्रवेश मिला और अच्छे नम्बरों से सफलता भी मिली । अभी तो सौम्या की असली उड़ान बाकी थी। उसने आगे की शिक्षा हासिल करने के लये 'कैटÓ की परीक्षा दी और उसमें अच्छे अंकों के सहारे उसे पूना के अत्यंत प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में से एक ''सिम्बोसिसÓ में एमबीए में दाखिला पाया। अब कु. सौम्या की उड़ान अपने मुकाम के एकदम करीब थी । उसने पढ़ाई की और केम्पस सिलेक्शन में आई एक नामी मीडिया कंपनी ने उसका चयन कर लिया । कु. सौम्या की सफलता से सिर्फ उसका और उसके परिवार का ही सिर गर्व से ऊंचा नहीं हुआ बल्कि पूरे अंचल को इसका गौरव महसूस हो रहा है। इस बालिका की इस सफलता की इबारत लिखने में प्रेरणास्रोत रहे क्षेत्रीय विधायक और म.प्र. शासन के सामान्य प्रशासन तथा नर्मदाघाटी विकास राज्य मंत्री लालसिंह आर्य इस सफलता की अलख पूरे अंचल में जगाने के लिये कु. सौम्या का भव्य अभिनंदन करेंगें । उन्होंने कहा कि वे सौम्या की सफलता की कहानी घर-घर पहुंचाना चाहते हैं ताकि अंचल पर लगा बालिका भ्रूण हत्या और महिला अशिक्षा का बदनुमा दाग मिटाया जा सके और महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर बन सके ।


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