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हैवान की हिमाकत बोला, लड़की रेप के लिये खुद जिम्मेदार

वामा            Mar 03, 2015


मल्हार मीडिया डेस्क दिल्ली गैंगरेप मामले में जिन दरिंदों ने हद पार की उनमें से एक ने आज अपनी बदजुबानी की हद भी पार कर दी। एक मीडिया इंटरव्यू में मुकेश नाम के आरोपी ने कहा कि रेप के लिये लड़की खुद जिम्मेदार होती है। उसने यह भी कहा कि अगर निर्भया उस समय विरोध नहीं करती चुपचाप सब कुछ सह लेती तो मारी नहीं जाती। मुकेश सिंह ने कुतर्क देते हुए कहा है कि जो महिलाएं रात को बाहर निकलती हैं वो बदमाशों का ध्यान आकर्षित करने के लिए खुद ही जिम्मेदार होती हैं। एक लड़की अपने रेप के लिए आरोपी लड़के से कहीं ज्यादा जिम्मेदार होती है। बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को 32 साल की निर्भया के साथ दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप हुआ था। इसके बाद पांचों ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। इन्ही में से एक मुकेश था, जो उस वक्त बस चला रहा था। बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के लिए इंटरव्यू में मुकेश ने कहा कि निर्भया और उसके दोस्त ने अगर हमसे लड़ाई नहीं की होती, तो उन्हें इस कदर नहीं पीटा जाता कि उसकी जान ही चली जाती। रेप और हत्या को एक घटना करार देते हुए मुकेश ने कहा कि जब रेप हो रहा था, तब उसे प्रतिरोध नहीं करना चाहिए था। उसे उस वक्त चुप रहना चाहिए था और हम जो कर रहे थे वो करने देना चाहिए था। अगर ऐसे होता तो हम निर्भया को कहीं पर छोड़ देते। इंटरव्यू में मुकेश ने ये भी कहा है कि ताली एक हाथ से नहीं बजती। कोई शरीफ लड़की रात के 9 बजे सड़कों पर नहीं घूमती। एक लड़की अपने रेप के लिए लड़कों से ज्यादा जिम्मेदार होती है। लड़का और लड़की एकसमान नहीं है। लड़कियों का काम घर की देखभाल करना है, ना कि डिस्को और बार में जाना, गलत काम करना और गलत कपड़े पहनना। सिर्फ 20 फीसदी लड़कियां ही सही हैं।ये इंटरव्यू बीसीसी फोर के स्टोरीविले प्रोग्राम में इस रविवार को इंटरनेशनल वूमेन्स डे पर प्रसारित होना है। इसमें महिलाओं के अधिकार और भारतीय महिलाओं के प्रति भारतीय पुरुषों के नजरिए को दिखाया जाएगा। 26 साल का मुकेश गैंगरेप की घटना के दौरान बस चला रहा था। उसने कोर्ट में निर्भया पर हमला करने की बात से इनकार किया था। लेकिन कोर्ट में उसके खिलाफ पेश अहम सबूतों के आधार पर उसे मौत की सजा सुनाई गई।


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