राजेश बादल।चैनलों पर सवार, चुनाव का बुख़ार/ सोशल मीडिया का चुनावी अवतार/ सच्ची और झूठी ख़बरों की भरमार/ इन दिनों बड़ा कारगर है ये हथियार/ किसकी होगी जीत और किसकी हार/ दर्शक और वोटर...
मल्हार मीडिया भोपाल।
आखिर को मल्हार मीडिया की पहल रंग लाई। मध्यप्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून की घोषणा सरकार की तरफ से कर दी गई।
हर मंच से लगातार यह आवाज उठाता रहा...
डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी।पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट में दावा किया गया था कि देश के 68 पत्रकारों, लेखकों और पूर्व नौकरशाहों को मोदी सरकार के खिलाफ लिखने के...
राजेंद्र सेन।बदरुद्दीन अजमल के बड़े चर्चे सुने हैं,,,, सुना है पत्रकार के मुंह पे माइक दे मारा, गालियां भी दी। अच्छी बात है मतलब पत्रकारिता का ख़ौफ़ रखते हो अपने अंदर ,,, सही है।
यही...
डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी।केन्द्र सरकार चाहती है कि प्रिंट और टेलीविजन की तरह सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर भी गैरकानूनी बातें लिखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकें। सरकार ने इसके लिए पहल शुरू...
डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी।2018 मीडियाकर्मियों के लिए अच्छा नहीं रहा। खासकर रिपोटर्स के लिए। 2018 में जितनी संख्या में पत्रकारों की हत्या हुई, उतने पत्रकार तो युद्ध की रिपोर्टिंग करते हुए भी नहीं मारे गए।...
राकेश दुबे। तो कमलनाथ ने सारे खेमों को जोड़-तोड़ के मंत्रिमंडल बना ही लिया फिर भी, कांग्रेस के भीतर, कांग्रेस के बाहर और खास तौर पर उन लोगों में असंतोष है जिनके दम पर...
राजेश बादल। एक ज़माना था, जब अँगरेज़ी के सामने हिंदी दोयम दर्ज़े की भाषा मानी जाती थी। आज ऐसा नहीं है। हिंदी शिखर पर है। मीडिया में भी। अख़बार हों या टेलिविजन। रेडियो हो...
मल्हार मीडिया भोपाल।बाजार का दबाव या पाठकों विशेषकर युवाओं की पसंद के नाम पर हिन्दी समाचार पत्रों में अँगरेजी का थोपा जाना ठीक नहीं। वास्तविकता तो यह है कि औपनिवेशिक काल में भी अँगरेजी का...
मल्हार मीडिया भोपाल।आज सांस्कृतिक आयोजनों की संख्या बढ़ी है, लेकिन समाचार पत्रों में स्थान की कमी है। ऐसे में कला पत्रकार कम शब्दों में अपनी बात कहने का कौशल विक सित करें। इससे समाचारों में...