मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वलियर में आयोजित आंबेडर महाकुंभ में कहा कि अभी तक सरकार छह लाख तक की वार्षिक आय वाले परिवारों के बच्चों की फीस भरती थी, अब इसे बढ़ाकर आठ लाख किया जाएगा।
प्रदेश में सभी अनुसूचित जातियों के अंतर्गत अलग-अलग उप-जातियां जैसे वाल्मीक, जाटव आदि के कल्याण बोर्ड बनाए जाएंगे, जिनके अध्यक्ष को राज्य मंत्री का दर्जा मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व ज्योतिरादित्य सिंधिया की मांग पर मुख्यमंत्री ने ग्वालियर में आंबेडकर धाम-संस्थान के जमीन देने की घोषणा की, वहीं सागर में सौ करोड़ में बनने वाले संत रविदास मंदिर के लिए गांव गांव में रथयात्रा निकालकर ईंटें लाई जाएंगी।
इस महाकुंभ में भाजपा के कई दिग्गज शामिल हुए।
शुरूआत में सीएम ने कन्या पूजन व संतों को नमन किया। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री प्रभुराम चौधरी, मंत्री तुलसी सिलावट, अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य, सांसद विवेक शेजवलकर भी मौजूद थे।
स्थानीय मेला मैदान पर रविवार को आयोजित आंबेकर महाकुंभ में विभिन्न योजनाओं के तहत हितलाभ वितरण व 61.33 करोड़ के छात्रावास का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पंचक्रांति की बात कहते हुए पहली क्रांति शिक्षा, दूसरी रोजगार, तीसरी रहने को जमीन, चौथी सशक्तिकरण और पांचवी सम्मान को बताया, जिनके तहत प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाएं गिनाईं।
सीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहब महाकुंभ का आयोजन नहीं किया। स्मारक नहीं बनाया। स्मारक बने तो नेहरू खानदान के बने। महू में बाबा साहब का स्मारक भाजपा सरकार ने बनाया। बाबा साहब को चुनाव हराने का पाप कांग्रेस ने किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार सभी औद्योगिक क्षेत्रों में 20 प्रतिशत भूखंड अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के लिए आरिक्षत रखेगी, जिससे वे उद्योग लगा सकेंगे। नगरीय निकायों में मैनहोलों की सफाई मशीनों से ही कराई जाएगी, इसके लिए लोन मिल रहा है।
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज कुछ लोग बाबा साहब का चित्र लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं।
जब शिवराज सिंह सीएम बने तो महू में न स्मारक था न सुविधाएं, अब स्मारक बन गया, जिन्होनें सालों बाबा साहब के नाम पर राजनीति चमकाई लेकिन स्मारक बनाने का सौभाग्य नहीं मिला।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बाबा के साथ सिंधिया परिवार का रिश्ता है। मराठा होकर उन्हें शीश झुकाने पर गर्व होता है। आज जब चुनाव आता है तो कई नेताओं को बाबा की याद आती है, 2015 तक कांग्रेस ने बाबा साहब का सम्मान नहीं किया।
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