मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के नवागत कलेक्टर आशीष सिंह ने आज गुरुवार 6 अप्रैल को पदभार ग्रहण कर लिया। उन्हें निवर्तमान कलेक्टर अविनाश लवानिया ने चार्ज सौंपा।
कलेक्टर आशीष सिंह 2009-10 बेच के आईएएस हैं। इसके पूर्व वे देवास और उज्जैन के कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त इंदौर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
इससे पहले श्री सिंह एमपीआरडीसी के एमडी के पद पर पदस्थ थे। वे 'कौन बनेगा करोड़पति' की हॉट सीट से 12 लाख रूपए जीतकत आ चुके हैं।
गौरतलब है कि इंदौर शहर ने जब स्वच्छता की हैट्रिक लगाई थी, तब आशीष सिंह वहां निगम कमिश्नर थे।
इंदौर-उज्जैन निगम कमिश्नर रहने के कारण आशीष सिंह को स्वच्छ सर्वेक्षण का अच्छा अनुभव है, जिसका फायदा भोपाल को भी मिलेगा।
पदभार ग्रहण करने के बाद बाद नए कलेक्टर लाड़ली बहना योजना केवायसी सेंटर भी पहुंचे।
सुबह साढ़े 11 बजे निवृत्तमान कलेक्टर लवानिया कलेक्टोरेट पहुंचे। सभागार में उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को संबोधित किया, दोपहर 12 बजे नए कलेक्टर सिंह कलेक्टोरेट पहुंचे ,उन्हें श्री लवानिया ने चार्ज सौंपा।
श्री सिंह ने कहा कि लवानिया सर से मैं तीसरी बार चार्ज ले रहा हूं। सबसे पहले छिंदवाड़ा, फिर उज्जैन और अब भोपाल में उनके हाथों चार्ज संभाला है। यहां टीम अच्छी है। काम करने में मजा आएगा।
जब श्री लवानिया जाने लगे तो श्री सिंह खुद नीचे उतरकर विदाई देने आए।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सरकार ने दो दिन बाद ही भोपाल कलेक्टर बदल दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री के अपर सचिव रहे कौशलेंद्र विक्रम सिंह को यहां कलेक्टर बनाया गया था, लेकिन बुधवार की रात आए नए आदेश में आशीष सिंह को नया कलेक्टर बनाया गया। वहीं, कौशलेंद्र विक्रम सिंह को अब पर्यटन विकास निगम के एमडी (प्रबंध संचालक) की जिम्मेदारी सौंपी गई।
आशीष सिंह एमपीआरडीसी के एमडी थे। कौशलेंद्र को हटाए जाने की वजह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दबाव बताया जा रहा है। संघ उन्हें ओंकारेश्वर में बन रही आदि गुरु शंकराचार्य की स्टेच्यू ऑफ वन नेस का काम सौंपना चाहता था। कौशलेंद्र को जब भोपाल कलेक्टर बनाया गया, तब ये माना जा रहा था कि इससे स्टेच्यू ऑफ वन नेस का काम धीमा पड़ सकता है, इसलिए उन्हें पर्यटन विकास निगम का एमडी बनाया गया है। लवानिया को भी एमपीआरडीसी का जिम्मा दिया गया।
गौरतलब है कि आशीष सिंह 2010 बैच के आईएएस अफसर हैं। उनकी पहली पोस्टिंग कटनी में अपर कलेक्टर के रूप में हुई थी।
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