नितिनमोहन शर्मा।
आईये...अहिल्या नगरी इन्दौर में आप ही का इंतजार है। आपका स्वागत सत्कार है। वन्दन अभिनंदन है। सात समंदर पार से आपका आपकी मातृभूमि पर आगमन का ये पल गौरव का क्षण है। हम गदगद है।
आपकी मेजबानी करने का सौभाग्य हमे मिला है। अहोभाग्य हमारे आप हमारे यहां पधारे। हमारा आथित्य स्वीकारा।
धन्य है हम कि आप हमारे मेहमान है।
हमारा मालवा तो मेहमाननवाजी के लिए ही जाना पहचाना जाता है और हम इंदौरी..हम तो उत्सव प्रेमी है।
देख लीजिए समूचे शहर को। उत्सव पसरा हुआ है। समूचा शहर ऐसे जगमगा रहा है, जैसे दीप पर्व दीपावली की रौनक छाई हो। सब तरफ उजियारा। उजास ही उजास। उल्लास और उत्साह।
विमानतल से लेकर बायपास तक और बीसीसी से लेकर राजबाड़ा तक एक अलग इन्दौर नजर आ रहा है। समूचे शहर ने आपके लिए पलक पाँवड़े बिछा रखे है।
दरों दीवार से लेकर चौक-चौबारों तक सज संवरकर आपके लिए लालायित है। बाजारों में आपका इंतजार चल रहा है।
होलकरयुगीन राजबाड़ा अपने पूर्व गौरव के साथ दमक रहा है। गोपाल मंदिर तो पहचान ही नही आ रहा है।
सराफा ओर उससे लगे बाजारों के तो आपके लिए केसर, केवड़ा, चंदन, हीना के इत्र की सुगंध बिखेरी गई है। आप आये तो आपका तन मन महक जाए और हम आपकी मेजबानी कर चहक जाए।
छप्पन दुकान के बाशिंदे आपके लिए लजीज व्यंजन की डिश तैयार कर बेठे है।
यहां तो आपकी परोसगारी की भी स्पेशल तैयारी की गई है।
सराफा की विश्व प्रसिद्ध चौपाटी का स्वाद तो आपके साथ, सात समंदर पार आपके देश तक जाएगा। रबड़ी, बासुंदी, मालपुआ, जलेबी, गरमागरम भुट्टे का किस, देशी घी की आलू टिकिया, मटका कुल्फी।
सराफा की संकरी गलियों की ये सुस्वादु महक निश्चित ही आपको पुनः पुनः इन्दौर लेकर आएगी।
दाल बाफले, बाटी, चूरमा वाली थाल तो आपको हैरत में भी डालेगी कि भोजन प्रसादी का ये स्वरूप भी होता है?
अगले पांच दिन आप हैं और हम हैं, आपके आतिथ्य में वैसे तो कोई कसर नही छोड़ी है हमने। 'राई रत्ती' तक की चिंता की है।
हमने राह की हर अड़चन दूर कर दी है। यहाँ तक कि हमारे आने जाने के रास्ते भी बदल लिए हैं, ताकि आपकी आवाजाही में कोई दिक्कत न आये।
फिर भी कही कोई कमी रह जाए तो हमे ये समझकर क्षमा कर देना कि ये प्रवासी भारतीय सम्मेलन का हमारा पहला अवसर है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन
8 से 10 जनवरी*
70 देशों से प्रवासी भारतीय
2 देशों के राष्ट्रपति
1 देश के प्रधानमंत्री
4 देशों से मंत्री
27 प्रवासियों को अवार्ड
108 वीवीआइपी पीएम के लंच में
80 करोड़ खर्च हुआ
4 करोड़ लाइटिंग पर खर्च
2 लाख वर्गफीट चित्रकारी
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।
Comments