मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश भाजपा के पूर्व मंत्री दीपक जोशी के काग्रेस में शामिल होने के बाद से राजनीति में खलबली का माहौल बन गया है।
आज शाम पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन और पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की।
गौरतलब है कि ये दोनों नेता भी नाराज चल रहे हैं। सीएम शिवराज ने दोनों नेताओं से अलग- अलग समय पर चर्चा की और अपनी-अपनी बात रखी. जिससे उनकी नाराजगी दूर हो सके।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन को दो दिन पहले भोपाल तलब किया गया था, लेकिन वे शनिवार को मुख्यमंत्री से मिलने भोपाल पहुंचे।
उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि दीपक जोशी को टिकट चाहिए था, नहीं मिलने पर वे नाराज थे, इसलिए वे पार्टी छोड़कर गए। भंवर सिंह शेखावत भी टिकट मांग रहे थे। मुझे न कोई टिकट चाहिए न ही संगठन में किस पद की लालसा है। भाजपा में जो गलत हो रहा है, मैं मुख्यमंत्री के सामने वह बात रखूंगा।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद हिम्मत कोठारी ने कहा कि सभी विषयों पर बात हो गई है। दीपक जोशी जैसा कदम तो नहीं उठाएंगे वाले सवाल पर हिम्मत कोठारी ने कहा कि अभी सही वक्त नहीं है। वक्त आएगा तब सब बताऊंगा।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद सत्यनारायण सत्तन ने कहा कि मैंने खुले तौर पर घोषणा की है कि टिकट नहीं चाहिए।
कार्यकर्ताओं की बात रखने आया था. सकारात्मक चर्चा हुई है। कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दीपक ने पिता के सुकर्मो को कुकर्मियों के बीच जाकर रख दिया।
पिता की तस्वीर ले जाकर पिता को लांक्षित किया है। सत्तन ने कांग्रेस पर सीधा सीधा हमला बोला है।
दीपक जोशी, भंवर सिंह शेखावत और सत्यनारायण सत्तन के बगावती तेवर भाजपा के लिए परेशानी की वजह बन रहे हैं। दूसरे नेता भी विरोध की राह न पकड़े, इसलिए भाजपा अब डेमेज कंट्रोल में जुट गई है।
दीपक जोशी को मनाने के लिए तो खुद प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव को आना पड़ा था, लेकिन वे भी जोशी को मना नहीं सके।
सत्तन को मुख्यमंत्री ने खुद बुलाया। भंवर सिंह शेखावत को भी भोपाल में बुलाया जा सकता है, क्योंकि वे लगातार भाजपा नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है।
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