ओवरलोडिंग के कारण बस हादसे में 22 लोगों की मौत, खरगोन RTO निलंबित

मध्यप्रदेश            May 09, 2023


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में बड़ा हादसा हुआ है। 50 फीट ऊंचे पुल से सूखी नदी में यात्रियों से भरी बस गिर गई।

हादसे में 24 यात्रियों की मौत हो गई है। वहीं 43 घायलों का इलाज जारी है। इस घटना को लेकर खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन आरटीओ को निलंबित कर दिया है।

मध्य-प्रदेश के खरगोन में मंगलवार हुए दर्दनाक बस हादसे में 24 लोगों की जीवन लीला समाप्त हो गई। वहीं, 43 लोग अभी भी अपने स्वस्थ जीवन के लिए अस्पताल में संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में हादसे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। वहीं, हादसे की जांच और दोषियों पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है।

हादसे में सबसे पहली गाज गिरी है खरगोन आरटीओ पर। उन्हें तत्काल प्रभाव से खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने निलंबित कर दिया है। फिलहाल अन्य दोषियों की जांच जारी है।

खरगोन में हुए भीषण हादसे के बाद घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनसे मिलने जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल भी पहुंचे। मीडिया से बातचीत में मंत्री पटेल ने बताया कि यह हृदय विदारक घटना है। उन्होंने बताया कि घायलों से चर्चा करने पर उन्हें पता चला है की बस में 67 से अधिक सवारी थीं, जबकि उसकी बैठक क्षमता 35 सवारी की ही थी।

जो कि प्रथम दृष्टया ड्राइवर की और साथ ही आरटीओ की भी लापरवाही है। इसीलिए उन्होंने तत्काल प्रभाव से खरगोन आरटीओ को निलंबित कर दिया है। इसी के साथ ही उन्होंने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही बस के रूट में आने वाले सभी थानों की भी लापरवाही की बात उन्होंने कही।

मंत्री कमल पटेल ने बताया कि पिछले साल भी एक भीषण बस दुर्घटना खरगोन में हो चुकी है, जिसके बाद उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन आरटीओ ने नहीं किया है। इसीलिए तत्काल प्रभाव से उन्होंने आरटीओ को सस्पेंड किया है।

उन्होंने कहा कि अभी पूरी जांच कराने के बाद और भी जो दोषी सामने आएंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आगे आइंदा इस तरह की घटना न घटे इसके लिए भी उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं।

मंत्री पटेल ने बताया कि उनकी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से भी चर्चा हुई थी। मुख्यमंत्री ने उन्हें निर्देशित किया था कि वह तत्काल प्रभाव से वाहन की जगह हेलीकॉप्टर से जल्द से जल्द मौके पर पहुंचें। साथी घायलों का इलाज कराओ और जो दोषी सामने आए उनके खिलाफ कार्रवाई करो।

उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से सख्त है। यह सीधे-सीधे प्रशासनिक अधिकारियों जिनमें विशेषकर आरटीओ की लापरवाही के कारण घटना हुई है। उन्होंने कहा कि 35 सीटर बस में 70-70 सवारी कैसे जा रही हैं। यह अधिकारी क्यों नहीं देखते हैं। यह उनकी लापरवाही है। इसलिए इसमें जो-जो दोषी होंगे सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री पटेल ने बताया कि दुर्घटना में जिनकी मृत्यु हुई है, उनको सरकार चार-चार लाख रुपये की सहायता और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता के साथ ही सामान्य घायलों को 10 हजार रुपये की सहायता सरकार मुहैया करवा रही है। इसके साथ ही घायलों का पूरा इलाज का खर्च सरकार उठाएगी और इनको स्वस्थ करके घर भेजा जाएगा। मंत्री ने बताया कि अभी जितने घायलों से उनकी बात हुई है, उनमें से कोई भी बेहोश नहीं है। लगभग सभी की स्थिति अभी ठीक है।

मंत्री कमल पटेल ने कहा कि जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनका पोस्टमार्टम कराकर उनके शवों को परिजनों को सौंपा जा रहा है। उनके अंत्येष्टि का कार्य करवाने की घोषणा कर दी गई है। बाकी 43 घायलों का इलाज जारी है जिनमें दो लोग उन्हें गंभीर मिले हैं। उनका सीटी स्कैन कराया गया है। मंत्री पटेल ने भगवान से प्रार्थना की कि जितने लोग बच गए हैं वे सभी लोग जल्द स्वस्थ हों। इसके लिए उन्होंने प्रशासन और स्वास्थ विभाग को निर्देश दिया है कि उनका अच्छे से अच्छा इलाज किया जाए। मंत्री ने कहा कि घायलों के लिए जहां जरूरत होगी उन्हें इंदौर, दिल्ली या मुंबई वहां उनका इलाज कराया जाएगा। इसका पूरा खर्च सरकार उठाएगी और उन्हें स्वस्थ्य करके ही घर भेजा जाएगा।

मंत्री पटेल ने बताया कि जिस तरह से उनकी घायलों से बात हुई है, उसमें यह निकल कर आया है कि दुर्घटना का कारण तेज रफ्तार रही है। साथ ही बस का लेट होना भी रहा है। बस का समय आठ बजे था जो कि आधा घंटा लेट होकर 8:30 बजे चल रही थी। इस वजह से ड्राइवर बस का समय मिलाने के लिए तेज रफ्तार से बस चला रहा था और उसके कारण यह दुर्घटना घटी है।

मंत्री पटेल ने बताया कि उन्होंने सभी 43 घायलों से बात की है। उसमें सभी घायलों ने उन्हें बताया कि बस बहुत ज्यादा रफ्तार से चल रही थी जिस पर रोक लगना चाहिए। इसलिए इस पर भी विचार किया जा रहा है कि बसों का जो टाइमिंग पांच-पांच मिनट के अंतराल का रहता है, उसे कंट्रोल किया जाएगा। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने एसपी सहित प्रशासनिक अमले को निर्देश दिए हैं कि सभी जगह वाहनों को चेक करें, उनकी स्पीड चेक करें। साथ ही ड्राइवर को भी चेक करें और ओवरलोड सवारियों को सख्ती से रोकें।

खरगोन जिले में बड़ा हादसा हुआ है। बोराड़ नदी पर बने पुल से एक यात्री बस 50 फीट नीचे गिर गई। हादसे में कुल 24 लोगों की मौत हो गई है, बताया जा रहा है कि 15 लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था। जिला प्रशासन ने मौत की पुष्टि कर दी है। 43 लोग घायल हैं। हादसे में ड्राइवर, कंडक्टर और क्लीनर की भी मौत होने की सूचना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खरगोन में हुई बस दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं।  

हादसे में नौ महिलाएं, तीन बच्चे और नौ पुरुषों समेत कुल 24 लोगों की मौत हुई है। सभी मृतक खरगोन के बताए जा रहे हैं। 10 घायलों को इंदौर रेफर किया गया है। 22 घायलों का खरगोन जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। बस श्रीखण्डी से इंदौर जा रही थी। हादसा सुबह नौ बजे हुआ।

जिनके लिए साबित हुआ अंतिम सफर

  1. विवेक, पुत्र प्रेमचंद पाटीदार (23 साल) निवासी- गंधावड़ थाना ऊन खरगोन
  2. सोम, पुत्र दिनेश (11 माह) निवासी- घेगांवा थाना ऊन खरगोन
  3. दुर्गेश, पुत्र साजन सिंह (20 साल) निवासी- मोटापुरा थाना ऊन खरगोन

      4.मुस्कान पुत्र कालू (14 साल) निवासी-देवगुराड़िया इंदौर

      5.संजय, पुत्र पंडरी (30 साल) निवासी- सुरपाल थाना ऊन खरगोन

  1. देवकी, पति रमेशचंद्र वर्मा निवासी- धरमपुरी धार
  2. धनालाल गुर्जर निवासी लोनारा थाना मेनगांव खरगोन
  3. संतोष, पुत्र गंगाधर बारचे (45 साल) निवासी- छालपा मेनगांव खरगोन

      9.साविता बाई, पति भगवान वर्मा  निवासी - मद्राणीया थाना ठीकरी बड़वानी

  1. रामकुंवर पति दुलीचंद मानकर (60 साल) निवासी लोनारा थाना ऊन खरगोन
  2. प्रियांशु पुत्र लखन (1 साल) निवासी अतरसम्भा थाना बेड़िया खरगोन
  3. आँचल पुत्र सुंदरलाल वास्कले (18 साल) निवासी घटवा थाना ठीकरी बड़वानी
  4. लक्ष्मीबाई पति महेश वास्कले (32 साल) निवासी घटवा थाना ठीकरी बड़वानी
  5. मांगती बाई पति मंशाराम वास्कले (75 साल) निवासी घटवा थाना ठीकरी बड़वानी
  6. विजय, निवासी सुरपाला थाना ऊन खरगोन
  7. सुखदेव पाटीदार निवासी पिपरी थाना ऊन खरगोन
  8. मलु बाई पति भगवान, निवासी लोनारा थाना ऊन खरगोन
  9. कान्हा पुत्र संतोष पाटीदार, पिपरी थाना ऊन खरगोन
  10. कल्लू बाई पति जोगिलाल पाटीदार, निवासी पिपरी थाना ऊन खरगोन
  11. पिंकी पति कालू वास्कले, निवासी जरवाहा थाना ठीकरी बड़वानी

      21.सुमित पुत्र कमल, निवासी बोरखड़ थाना मनावर, धार

  1. अर्जुन, निवासी जोटपुर थाना मनावर

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बेहद दुखद घटना है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घटनास्थल पर अधिकारी तत्काल पहुंच गए हैं। घायलों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। खरगोन में कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने कहा कि हादसे में 15 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी। एक यात्री की मौत अस्पताल में हुई है। राज्य सरकार ने आर्थिक सहायता की घोषणा कर दी है। बस ओवरलोड थी या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।

बस क्रमांक एमपी 10-पी-7755 मां शारदा ट्रैवल्स की बताई जा रही है, जो खरगोन जिले से इंदौर जा रही थी। यह हादसा खरगोन-ठीकरी मार्ग पर हुआ। बस नदी पर बने पुल से गुजर रही थी, जब वह एकाएक नीचे गिर गई। जोर से आवाज आई और अफरा-तफरी मच गई। बस में 40 से अधिक यात्री सवार थे। हादसा दसंगा गांव के करीब हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस जवानों ने घायलों को बाहर निकलवाया और अस्पताल भिजवाया। घटना की सूचना मिलने के बाद विधायक रवि जोशी भी घटनास्थल के लिए रवाना हुए। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि रोजाना बसें ओवरलोड होकर तेज रफ्तार में गुजरती है। कई बार हमने बस वालों को टोका, लेकिन वह लोग दादागिरी करते हैं। कलेक्टर ने कहा कि बस में 45 से ज्यादा यात्री सवार थे। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बस तेज रफ्तार थी और ड्राइवर उस पर काबू नहीं रख सका और रैलिंग तोड़ते हुए बस सूखी नदी में जा गिरी।

केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता घोषित की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से खरगोन हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।  इसी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताते हुए हादसे में मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए आर्थिक सहायता घोषित की है। राज्य सरकार ने खरगोन में हुई बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को चार लाख रुपये की सहायता राशि, गंभीर घायलों को 50 हजार रुपये, कम एवं साधारण घायलों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही दुर्घटना में घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।

नदी सूखी होने से मौतों की संख्या 22 के आसपास बताई जा रही है। यदि नदी में पानी होता तो मृतकों का आंकड़ा अधिक हो सकता था। इसी तरह का हादसा पिछले साल खलघाट पर हुआ था, जब एक बस नर्मदा नदी पर बने पुल से गिर गई थी और कोई भी नहीं बचा था।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि खरगोन जिले में एक बस के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 15 लोगों की मृत्यु और बहुत से लोगों के घायल होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। राहत और बचाव दल को अपने अभियान में शीघ्र सफलता मिले ऐसी प्रार्थना है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक में खरगोन में हुए बस हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। कैबिनेट बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने भी मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक में बताया कि बस दुर्घटना में अब तक प्राप्त जानकारी में 22 लोगों का असामायिक निधन हुआ है। राज्य शासन की ओर से कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री कमल पटेल खरगोन जाएंगे।

 



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