बेलेश्वर हादसा:पीड़ितों से मिले शिवराज रेस्क्यू ऑपरेशन पर सतत नजर, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

मध्यप्रदेश            Mar 31, 2023


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को इंदौर में मंदिर की बावड़ी गिरने की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। इस घटना में अब तक 36 लोगों की मौत हुई है, जबकि तलाशी अभियान अभी भी जारी है।

राज्य के मुखिया होने के साथ-साथ ही एक संवेदनशील व्यक्तित्व भी हैं। इंदौर हादसे के बाद सीएम शिवराज का संवेदनशील चेहरा एक बार फिर देखने को मिला।

राज्य में प्राकृतिक रूप से कोई बाधा हो या फिर कोई बड़ा हादसा सीएम शिवराज सीधे जनता के बीच घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों का दर्द बाटते हैं।

जब जनता पर संकट आता है तो शिवराज खुद चैन से नहीं सो पाते। रामनवमी पर इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे के बाद भी CM शिवराज सिंह चौहान का यही रूप दिखाई दिया।

हादसे के बाद से ही उनकी रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर है, यहां तक की रातभर जागकर उन्होंने बचाव कार्यों का अपडेट लिया।

इसके बाद वे आज सुबह मौके पर पहुंच गए और अस्पताल में घायलों का हाल-चाल जाना। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी जब-जब प्रदेश की जनता पर विपदा आई है। सीएम शिवराज अपने सारे कार्यक्रम निरस्त कर लोगों को ढांढस बंधाने मौके पर पहुंच जाते हैं।

श्री चौहान ने कैबिनेट मंत्रियों के साथ घटना स्थल पर बचाव अभियान का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं और जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, "प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान प्राथमिकता बचाव अभियान है। घायलों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा। पीएम ने पीड़ितों के लिए अनुग्रह राशि की भी घोषणा की है। हमने राज्य भर में ऐसे बावड़ियों और बोरवेलों के निरीक्षण का आदेश दिया है।

इंदौर कलेक्टर इलैयाराजा टी ने कहा, "कुल 36 लोगों की मौत हुई है। एक लापता हैं। 14 लोगों को बचाया गया है। दो लोग इलाज के बाद सुरक्षित घर लौट आए। लापता लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है।" उन्होंने कहा, "18 घंटे लंबा बचाव अभियान गुरुवार को लगभग 12:30 बजे शुरू हुआ और अभी भी जारी है।"

अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सेना के 75 जवानों और NDRF और SDRF की टीम ऑपरेशन में लगी हुई है। इंदौर के पुलिस कमिश्नर ने बताया कि मंदिर प्रशासन के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

गौरतलब है कि इंदौर के पटेल नगर इलाके में रामनवमी के अवसर पर बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में आयोजित 'हवन' के दौरान एक बावड़ी की छत गिरने से कई श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने और इंदौर हादसे के पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से अनुग्रह राशि देने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की। पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा, "इंदौर में हुए हादसे से बेहद आहत हूं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार बचाव और राहत कार्य तेज गति से कर रही है। मेरी प्रार्थनाएं सभी प्रभावित और उनके परिवार के साथ हैं।"

मुख्यमंत्री शुक्रवार की सुबह अल्प प्रवास पर इन्दौर पहुँचे थे। उन्होंने अस्पताल पहुँच कर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घटना स्थल पहुँच कर स्थिति का मुआयना भी लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैं स्वयं भी रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में रहा। घायलों का अस्पताल में बेहतर इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता में कोई कसर नहीं छो़ड़ेगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में जहाँ भी ऐसे ढँके हुए कुएँ और बावड़ियाँ हैं, उनकी जाँच कराने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। खुले रह गए बोरवेल की जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं। बोरवेल खुले होने पर संबंधितों पर कार्यवाही की जाएगी। गृह मंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, इन्दौर महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

 



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