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बागेश्वर धाम में 125 बेटियों का सामूहिक विवाह मामा शिवराज ने दी दुआएं

मध्यप्रदेश            Feb 18, 2023


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

 मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को बागेश्वर धाम  सामूहिक कन्या विवाह में संतों की उपस्थित में बेटियों को आर्शीवाद देते हुये कहा कि मामा की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले।

उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित होकर मेरा मन आनंद से इसलिये भरा है कि आर्थिक तंगी और अभाव का जीवन जीने वाली न सिर्फ बेटियां अपितु बेटे भी अब सुखद और खुशहाल दांपत्य जीवन जी सकेंगे।

बचपन से ही ग्रामीण परिवेश में पलकर और लोकतंत्र में पहलीबार निर्वाचित होकर ग्रामीणों के बीच महसूस हुआ है कि बेटियों के विवाह की व्यवस्था कितनी कठिन होती है।

इस अभाव को मुख्यमंत्री बनते ही दूर किया और मुख्यमंत्री विवाह कन्या योजना लागू की, आज बेटियों का विवाह सरकार कर रही है।

इसी तरह प्रदेश में जन्म लेने वाली बेटी लाड़ली लक्ष्मी बनकर जन्म ले रहीं है, जिन्हें लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बहनों के सशक्त होने पर परिवार देश और प्रदेश भी सशक्त होगा, इस भावना से लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है।

 मध्यप्रदेश के छतरपुर बुन्देलखण्ड के गढ़ा बागेश्वर धाम में आज 18 फरवरी शनिवार को 125 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ।  

सामूहिक विवाह समारोह में देश भर के सनातन सारस्वत धर्मगुरू और संत बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, राजराजेश्वर महाराज लंदन राज परिवार के प्रतिनिधि तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वन मंत्री विजय शाह, क्षेत्रीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा सहित वर-वधु और उनके माता-पिता परिजन तथा यहां उपस्थित अपार जनसमूह।

बुन्देलखण्ड में यह पहला मौका जब 125 जोड़ों के विवाह के अवसर पर देश भर के सनातन धर्म के संत बागेश्वर धाम के संत और मुख्यमंत्री तथा मंत्रीमंडल के मंत्री भी मौजूद रहे।

देश में म.प्र. ऐसा प्रदेश है जहां सबसे पहले सीएम कन्यादान विवाह योजना शुरू हुई।

बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि इस धरती के लिये यह अभूतपूर्व एवं गौरवशाली साक्षी पल है जब सामूहिक विवाह के मंच पर सनातन धर्म के एक नही कई संत आभूषण और मुख्यमंत्री धराती और घराती तथा अपार जनसमूह संजीवनी आस्था के साथ यहां उपस्थित हुये है।

सामूहिक कन्या विवाह का यह चौथा साल है। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम में आगामी दिनों में केंसर का अस्पताल विकसित होगा। इस धाम से अब दुआ और दवा दोनों मिलेगे। वैदिक ऋचा रमतुला और शहनाई के बीच 125 जोड़े एक दूजे के हुये, वैवाहिक समारोह में बेटियों को लक्ष्मी और लड़कों को भगवान विष्णु के प्रतीक के रूप में मंचासीन विभूषित संतों और मुख्यमंत्री द्वारा आर्शीवाद दिया गया। उनके सुखद जीवन की कामना करते हुये पुष्पों की वर्षा की गई।

 

 



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