मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश विधानसभा में सोमवार 13 मार्च को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में नकली सामान बांटे जाने का मुद्दा प्रश्नाकाल के दौरान उठाया गया।
विपक्ष की तरफ से कांग्रेस डा. विजय लक्ष्मी साधौ ने इस विषय को उठाते हुए कहा कि मैंने स्वयं जांच की और गड़बड़ी की शिकायत की, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जिन अधिकारियों की समिति ने तय किया कि क्या सामग्री आएगी उन्हें ही जांच सौंप दी गई और उन्होंने ही जांच करके क्लीनचिट दे दी।
विभागीय मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि जांच में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई, लेकिन विधायक इससे संतुष्ट नहीं हुईं और उच्च स्तरीय जांच की घोषणा पर अड़ गईं।
संसदीय मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पूरे मामले की जांच करा लेंगे।
साधौ ने कहा कि जब मैंने स्वयं सामग्री देखी तो गुणवत्ता का पता चला। क्राउन कंपनी की टीवी का डिब्बा था, पर उसे खोलकर देखने पर पता ही नहीं चला कि टीवी किस कंपनी का है। बर्तन भी छोटे बच्चों वाले दे दिए। हितग्राहियों के स्वजनों ने भी शिकायत की।
इस पर विभागीय मंत्री ने कहा कि शिकायत की जांच संयुक्त जांच दल बनाकर कराई गई थी। सभी वर-वधुओं को पूरी सामग्री प्रदाय की गई और उन्होंने संतुष्टि भी जताई।
जब डा. साधौ ने जांच दल के सदस्यों के नाम पूछे तो मंत्री नहीं बता पाए और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि आयोजन के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति होती है।
विधायक साधौ ने मंत्री मीना सिंह को इंगित करते हुए कहा कि इनके क्षेत्र में भी घटिया सामान बांटा गया तो मंत्री ने जवाब दिया कि हमारे सामने नकली सामग्री आई हमने बंटने से रोक दी। इस पर विपक्ष ने यह कहकर शोर मचाया कि सरकार ने मान लिया कि भ्रष्टाचार हुआ है।
Comments