मल्हार मीडिया।
60 महीने यानि कि 5 साल से एक फोटो पत्रकार को देश की प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी यूएनआई में तनख्वाह नहीं मिल रही थी। पत्नि को एक्सीडेंट हो चुका था, बेटी की सगाई सर पर थी। लंबे समय तक UNI में आवेदन निवेदन का कोई फर्क नहीं पड़ा तो फोटो पत्रकार टी. कुमार ने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया और दफतर में ही पंखे से लटककर मौत को गले लगा लिया। अब UNI कंपनशेसन देने की बात कर रहा है।
समाचार एजेंसी ‘यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया’ ((UNI) के फोटो पत्रकार टी. कुमार द्वारा चेन्नई स्थित ऑफिस में आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है। रविवार की रात एजेंसी के ऑफिस में उनका शव पंखे से लटका मिला।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 56 वर्षीय टी कुमार करीब 60 महीनों से सैलरी न मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रहे थे और परेशान होकर 13 फरवरी को उन्होंने यह घातक कदम उठा लिया। टी. कुमार के परिवार में पत्नी, बेटी और बेटा है। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है।
बताया जाता है कि कुमार वर्ष 1986 से न्यूज एजेंसी के साथ जुड़े हुए थे। जब देर रात वह घर नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता हुई। इस पर उन्होंने कुमार के सहकर्मी को मामले की जानकारी दी। कुमार के परिजनों का फोन आने पर जब उनके सहकर्मी ऑफिस देखने के लिए पहुंचे तो वहां कुमार पंखे से लटके हुए थे। सहकर्मी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और कुमार को अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
UNI ऑल-इंडिया एम्प्लॉइज फ्रंट ने सोमवार शाम टी. कुमार के निधन पर एक बयान जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी। इस बयान में कहा गया है, ‘हमें पता चला है कि कुमार की पत्नी का कुछ महीने पहले एक्सीडेंट हो गया था और उन्होंने अपने इलाज के लिए बकाया राशि के खिलाफ कम से कम एक लाख रुपये की राशि के लिए आवेदन किया था।
हालांकि, उन्हें केवल 25,000 रुपये की मामूली राशि भेजी गई थी। इसके अलावा, कुमार की बेटी की सगाई अगले सप्ताह होने वाली थी और यह पता चला है कि उन्होंने इसके लिए पांच लाख रुपये के लिए आवेदन किया था, लेकिन प्रबंधन ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया था।’
एम्प्लॉइज फ्रंट ने प्रबंधन के कठोर रवैये की निंदा करते हुए कुमार की मौत के मामले की जांच और आत्महत्या के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग भी उठाई है।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, न्यूज एजेंसी का कहना है कि दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली में यूएनआई मुख्यालय में एक शोक सभा आयोजित की गई और परिवार को तुरंत एक लाख रुपये की राशि भेजी गई। यूएनआई का यह भी कहना है कि प्रबंधन दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है।
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