मल्हार मीडिया ब्यूरो।
उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले में शनिवार की देर शाम बड़ा हादसा हो गया। 40 श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में जा गिरी गई।
ट्रॉली में सवार सभी श्रद्धालु तालाब के पानी में डूब गए। हादसे के बाद श्रद्धालुओं में चीख-पुकार मच गई। अब तक 27 लोगों के मरने की सूचना है जबकि दो दर्जन से अधिक घायल हैं।
गंभीर हालत में कई को हैलट भेजा गया है। एसपी कानपुर आउटर समेत छह थानों की फोर्स मौके पर पहुंची।
स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को तालाब से निकालकर अस्पताल भेजा जा रहा है। वहीं, मुख्यमंत्री ने हादसे पर शोक जताते हुए अफसरों को घायलों के यथोचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
कोरथा गांव निवासी राजू निषाद शनिवार को अपने एक साल के बेटे का मुंडन संस्कार कराने के लिए परिवार समेत 35-40 लोगों को लेकर बक्सर घाट उन्नाव स्थित चंद्रिका देवी मंदिर में मुंडन कराने जा रहा था।
सभी लोग ट्रैक्टर ट्राली में सवार थे, शनिवार रात सभी लौट रहे थे कि तभी साढ़ और गंभीरपुर गांव के बीच ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर तालाब में पलट गई।
रात नौ बजे तक पुलिस ने 22 शवों को निकाल लिया था। पांच लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। अभी भी तालाब में तलाश जारी है।
कानपुर आउटर एसपी तेज स्वरूप सिंह का कहना है कि पुलिस के जवान स्थानीय लोगों के साथ तालाब में डूबे लोगों को निकालने में जुटी है। अंधेरे में लोगों को निकालने में दिक्कत आ रही है।
अभी तालाब में कितने लोग फंसे हैं यह बता पाना मुश्किल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
बताया जा रहा है कि चालक नशे में था जिससे ट्रॉली अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरी।
22 लोग तो मौके पर ही काल के गाल में समा गए, जबकि पांच लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
हादसे की सूचना पर कमिश्नर, डीएम, एसपी कानपुर आउटर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने गड्ढे से लोगों के शव किसी तरह निकालने शुरू किए।
मरने वालों में सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी मुंडन संस्कार से वापस लौट रहे थे। ट्रैक्टर राजू निषाद खुद चला रहा था। घटना में घायल एक महिला ने बताया कि वहां से चलने के बाद कुछ देर बाद रास्ते में एक देशी शराब का ठेका पड़ा।
वहां पर ट्रैक्टर ट्रॉली रोकी गई और सभी पुरुषों ने शराब पी।
इसके बाद राजू ने ट्रैक्टर तेजी से लहराकर चलाना शुरू कर दिया, कई बार उसे टोका भी गया पर माना नहीं।
हरदेव बाबा मंदिर के पास पहुंचे ही थे तभी ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया और किनारे खड्ड में जा गिरा। बताया जा रहा है कि इसमें बारिश का पानी भरने के कारण यह तालाब के रूप में तब्दील हो चुका है।
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