मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कई वर्षों से देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के सितारे गर्दिश में हैं।
कांग्रेस जहां लगातार चुनावों में मुंह की खा रही है तो कई बड़े चेहरे भी पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं।
पिछले दिनों गुलाम नबी आजाद ने भी खुद को कांग्रेस से अलग कर लिया. उनसे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, कपिल सिब्बल, जितिन प्रसाद व हार्दिक पटेल जैसे कई बड़े नेताओं ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।
यहां खास बात ये है कि कांग्रेस छोड़ते हुए इन सभी दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस नेतृत्व खासकर राहुल गांधी को लेकर जमकर निशाना साधा था।
सभी ने इस्तीफे में लिखा कि राहुल गांधी पार्टी नेताओं के प्रति बेरूखी दिखाते हैं और वह अनुभवहीन लोगों से घिरे हुए हैं। चलिए यहां जानते हैं कांग्रेस छोड़ते हुए किस नेता ने क्या कहा?
गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे की घोषण करते हुए पांच पन्नों का एक पत्र कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा था।
अपने पत्र में गुलाब नबी आजाद ने सीधे राहुल गांधी और उनके करीबियों पर निशाना साधा था। उन्होंने राहुल गांधी के निर्णय लेने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए सरासर गलत ठहराया था।
अपने पत्र में गुलाम नबी ने लिखा है कि राहुल गांधी की राजनीति में एंट्री खासतौर पर साल 2013 में उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस के भीतर सलाह लेने की पूरी प्रक्रिया खत्म हो गई है।
सिंधिया ने पार्टी नेतृत्व पर खड़े किए थे सवाल
18 वर्षों से कांग्रेस के साथ रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च 2020 में पार्टी नेतृत्व के साथ झगड़े के चलते इस्तीफा दे दिया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सबकुछ जानते हुए भी सोनिया गांधी पर कुछ नहीं करने आरोप लगाया था।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा था, 'मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है।'
आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं.” बाद में सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस के दिग्गज चेहरों में शामिल कपिल सिब्बल ने भी हाल ही में कांग्रेस छोड़ दी थी।
वह पार्टी आलाकमान से नाराज थे.उन्होंने बहुत बार पार्टी नेतृत्व को लेकर सवाल खड़े किए थे. उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर में लगा था कि इनके रिश्ते सुधरेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और कपिल सिब्बल ने पार्टी को अलविदा कहकर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. वर्तमान में कपिल सिब्बल समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद हैं।
गुजरात में 2015 के पाटीदार आरक्षण विरोध के चेहरे के रूप में उभरे हार्दिक पटेल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे।
कांग्रेस के साथ तीन साल तक जुड़े रहने के बाद वह इस साल जून में बीजेपी में शामिल हो गए ।
कांग्रेस छोड़ते हुए हार्दिक पटेल ने पार्टी पर गुजरात विरोधी सोच होने का आरोप लगाया था और दावा किया था कि कांग्रेस सिर्फ विरोध की राजनीति कर रही है और खुद को एक विकल्प के तौर पर पेश करने में विफल रही है.
6 सालों तक कांग्रेस का साथ निभाने वाले हरियाणा के हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक के पद से कुलदीप बिश्नोई ने इस्तीफा दे दिया था। वे भी कांग्रेस नेतृत्व खासतौर पर राहुल गांधी से नाराज थे। उन्होंने राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था लेकिन उन्हें नहीं मिला।
जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस को इस्तीफा सौंप दिया था. 3 अगस्त को चंडीगढ़ में विधायक पद से इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा था, “कांग्रेस अब राजीव गांधी और इंदिरा गांधी की पार्टी नहीं बची है।” इसके बाद उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी।
और अब गुलाम नबी आजाद ने भी ऐसे ही कुछ आरोप लगाकर कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है।
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