मल्हार मीडिया ब्यूरो।
उत्तरप्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में मीट व्यापारियों की हड़ताल फिलहाल जारी है। आज गुरुवार को मीट कारोबारियों ने सीएम योगी आदित्य नाथ से मुलाकात की। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मीट व्यापारी सिराजुद्दीन कुरैशी ने बातचीत को बेहद सफल बताया। उन्होंने बतााया कि योगीजी ने कहा है कि किसी के खिलाफ गलत कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। अगर ऐसा कुछ होता है तो हमें बताइए।
हमने उन्हें कई परेशानियां गिनाई हैं जैसे गाड़ियां रोक ली जाती हैं, लाइसेंसी बूचड़खानों को नियमों का पालन करने के लिए बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि किसी का नाम, धर्म देखकर कार्रवाई नहीं की जाएगी। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि ‘सभी प्रतिनिधिमंडलों (मीट कारोबारियों) ने सीएम का समर्थन किया और कहा कि भारत के नागरिक के तौर पर यह देखना हमारा कर्त्तव्य है कि किसी गैरकानूनी काम की इजाजत न मिले।” सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया है कि अगर किसी अधिकारी ने वैध बूचड़खाने के खिलाफ कार्रवाई की, तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
अवैध बूचड़खाने बंद कराए जाने से प्रदेश में अवैध के साथ वैध मांस का कारोबार भी प्रभावित होने लगा है। इस करोबार के बंद होने से करीब 1400 करोड़ रुपये का हर दिन का व्यवसाय चौपट हो रहा है। इस मामले को लेकर ऑल इंडिया जामियातुल कुरैशी एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष युसूफ कुरैशी का कहना था कि मटन और बीफ के अलावा पुलिस और संबंधित विभाग चिकन और मछली की दुकानों को भी बंद करा रहे हैं।
कुरैशी ने बताया, “संबंधित विभागों की तरफ से भी कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया जाता है, जिसकी वजह से दुकानदार भी ढीला पड़ा रहता है और न ही कोई चेकिंग होती है। हमारी मांग है कि संबंधित विभागों के अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो, जिन्होंने अभी तक गलत ढंग से स्लॉटर हाउस चलने दिए।”
विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था, “सरकार बनने पर अवैध बूचड़खाने बंद कर दिए जाएंगे। ठीक वैसा ही हुआ, आदित्यनाथ योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद बूचड़खानों को बंद करा दिया। सरकार पर दबाव बनाने के लिए मटन, चिकन एवं मछली व्यापारी भी लामबंद हो गए। लेकिन सरकार अपने निर्णय पर अडिग है।
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