अहाते बंद हुए तो घर से मंत्रालय तक सरकार की आरती उतारने दिए लेकर जाएंगी उमाश्री

राष्ट्रीय            Oct 19, 2022


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश सरकार ने अगर एक आदेश से शराब पिलाने वाले अहाते बंद कर दिए तो मैं अपने भोपाल निवास से हाथ में दिया लेकर वल्लभ भवन यानि मंत्रालय तक आऊंगी और शासन एवं प्रशासन की आरती करूंगी।

यह बात पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने आज शराबबंदी की मांग को दोहराते हुए कही।

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती लगातार शराबबंदी को लेकर अपना अभियान चला रही हैं।

2 अक्टूबर को नशामुक्ति अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आश्वासन दिया था कि वे उनके इस अभियान में पूर्ण सहयोग करेंगे।

ज्ञातव्य है कि उमा भारती ने मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर कई सारे ट्वीट किए थे।

उन्होंने कहा कि मैं भोपाल के करोंद चौराहे के हनुमान जी को प्रणाम करके स्कूल से लगी हुई शराब दुकान एवं अहाते को देखने गई थी।

मैंने कल कहा था कि शराब माफिया अब मुझ पर हमला बोलेगा, दुष्प्रचार करेगा, उल्टी बातें फैलाएगा,  यही हमला है।

उन्होंने लिखा कि मैं भोपाल में रायसेन रोड के अयोध्या बाईपास पर प्राचीन मां दुर्गा हनुमान मंदिर के सामने शराब की दुकान एवं अहाता देखने गई।

मैं मार्च महीने से इस स्थान के बारे में सरकार से बात कर रही थी उस दुकान को बंद करने के नोटिस के 4 दिन के अंदर वह स्टे ले आया।

मुझे सरकार की तरफ से जानकारी दी गई है कि अहाते गैरकानूनी हैं।

जिला प्रशासन ने मुझे कागज भेज कर यह प्रमाणित किया है कि इन अहातों की सरकारी स्वीकृति मिली हुई है।

 अगर हमारी सरकार शराब की दुकानों के साथ ही अहातों की स्वीकृति भी दे चुकी है तो हम तो खुद ही इस नियम के उल्लंघन के अपराधी हैं कि शराब पीकर वाहन नहीं चला सकते।

अहातों में जो लोग शराब पीएंगे वे स्वयं दूसरे महिलाएं पशु सबकी सुरक्षा के संकट का कारण बनते हैं।

शराब पीकर वाहन चलाना भारतीय दंड विधान में अपराध है। इसलिए शराब की दुकानों के साथ अहातों की स्वीकृति हमारी मनमानी है।

गैरकानूनी है इसलिए मध्य प्रदेश के सारे अहाते अवैध हैं। पहले से स्थापित कानून के उल्लंघन के लिए कोई भी सरकार अपनी नीति नहीं बना सकती।

होटलों में शराब पीने के जो बार हैं वहां धनिक वर्ग जाता है,  उनकी या तो ड्राइवर सहित गाड़ी होती है या टैक्सी होती है।

उन्होंने लिखा कि जो होटलों के अंदर से शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए निकलते हैं उनकी संख्या इतनी कम होती है कि पुलिस आसानी से उनका चालान कर सकती है और डरा सकती है।

किंतु धार्मिक स्थानों स्कूलों मजदूरों की बस्तियों के बिल्कुल नजदीक शराब की दुकानों एवं अहातों की अनुमति घोर पाप अधर्म एवं अपराध है।

यह तो वह वर्ग है जिनके पास ड्राइवर तो क्या वाहन ही नहीं होते और हम इनके हितैषी बनते हैं, हम आस्थावान बनते हैं, धार्मिक बनते हैं।

अच्छा हो हम सब इन बातों को जल्दी दुरुस्त कर लें।

उमा भारती ने कहा कि जो मैंने कहा था उसका स्वरूप आज देखने को मिला, जब पब्लिक से बात करते समय किसी ने यह प्रश्न किया कि आप विपक्ष को सरकार को कमजोर करने का मौका दे रही हैं।

तो मेरा सीधा जवाब है कि अहाते गैरकानूनी हैं। अहातों की अनुमति देना कानून का उल्लंघन है।  

एक आदेश से यदि हम मध्य प्रदेश के सारे गैरकानूनी तरीके से खुले अहाते बंद कर देते हैं तो सरकार की तो जय-जयकार होगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष को मौका न मिले इसलिए मैं किसी अधर्म और अन्याय के सामने चुप हो जाऊं ऐसा मैं नहीं कर पाऊंगी।

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बेहतर शराब नीति के लिए 7 नवंबर से 14 जनवरी तक आवास छोड़कर भ्रमण करने का एलान किया है,  इस दौरान वे अहातों के सामने भी टेंट लगा कर बैठेंगी।

हाल ही में उन्होंने एक अहाते के सामने धरना दिया,  इसके साथ ही उमा भारती ने कहा कि शराब माफिया से उनकी जान को खतरा है।

 



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