मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था की स्थिति कुल मिलाकर रविवार को शांत बनी रही, क्योंकि प्रशासन ने हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने की बरसी पर अलगाववादियों के प्रस्तावित मार्च को विफल करने के लिए कई स्थानों पर प्रतिबंध लागू कर दिए थे।
वानी के पैतृक नगर त्राल में कुछ स्थानों पर सरकारी प्रतिबंधों का उल्लंघन करने की कोशिश कर रहे युवकों के समूहों के साथ सुरक्षा बलों का संघर्ष हुआ।
दक्षिण कश्मीर के कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारी युवकों को खदेड़ने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया।
प्रशासन ने श्रीनगर शहर और त्राल कस्बे के कुछ हिस्सों में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए प्रतिबंध लगा दिए थे।
वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं, सैयद अली गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया था, जबकि मुहम्मद यासीन मलिक को श्रीनगर में एहतियातन हिरासत में ले लिया गया।
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर यातायात निलंबित कर दिया गया था और अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों को एहतियातन जम्मू से श्रीनगर जाने से रोक दिया गया था।
मोबाइल, इंटरनेट सेवा और रेल सेवा को भी घाटी में निलंबित कर दिया गया था।
Comments