मल्हार मीडिया ब्यूरो।
लोकसभा में गुरुवार को विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दों को लेकर जोरदार हंगामा किया, जिसके कारण अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करने के बाद अंतत: दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस नेतृत्व में विपक्षी दलों के सदस्य किसानों के मुद्दों और केरल में एक भाजपा नेता द्वारा एक निजी कॉलेज को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता दिलाने के ऐवज में रिश्वत लिए जाने से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करते रहे, जिसके कारण अध्यक्ष ने कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही महाजन ने विपक्षी दलों के कार्यस्थगन के सभी नोटिस अस्वीकार कर दिए।
इस पर विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और राजग सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
महाजन ने सदस्यों के व्यवहार पर रोष प्रकट करते हुए सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही पहली बार संक्षिप्त रूप से 20 मिनट के लिए पूर्वान्ह 11.30 बजे तक और फिर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही दूसरी बार शुरू होते ही कांग्रेस नेतृत्व में विपक्षी नेता खड़े हो गए और नारेबाजी करने लगे।
कांग्रेस नेताओं ने किसानों का मुद्दा उठाया। वे कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का जिक्र करते दिखाई दिए।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने विपक्षी दलों पर बुधवार को कृषि संकट पर बहस के दौरान लोकसभा से नदारद रहने को लेकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस को किसानों के हालात से कोई लेना-देना नहीं है। वे केवल घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।"
कुमार ने कहा, "कल (बुधवार) हम कृषि संकट पर चर्चा कर रहे थे। रात 10 बजे तक चर्चा हुई। लेकिन सदन में कांग्रेस के केवल दो सदस्य मौजूद थे।"
कुमार ने कहा, "उन्हें किसानों की कोई चिंता नहीं है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को सदन की कार्यवाही में व्यवधान नहीं डालना चाहिए। उन्हें सदन का कामकाज होने देना चाहिए।"
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