मल्हार मीडिया ब्यूरो।
नर्इ दिल्ली। रैंजमवेयर वानाक्राई के खतरे के मद्देनजर पुराने साफ्टवेयर पर चलने वाले कुछ बैंको द्वारा एटीएम बंद रखे जाने की खबर हैं। रिजर्व बैंक ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे रैनजमवेयर पर सरकारी संगठन सीईआरटी-इन के निर्देशों का पालन करें।
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम सीईआरटी-इन ने इस स्थिति में क्या करें और क्या न करें की सूची जारी की है। साथ ही यह भी सलाह दी है कि वैश्विक रैंजमवेयर हमले से नेटवर्क को किस तरीके से संरक्षित किया जाए।
भारत के लिए रैंजमवेयर अटैक का खतरा टला नहीं है। आईटी विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में इसका प्रभाव बढ़ सकता है और अगला साइबर अटैक बैंकिंग सेक्टर में हो सकता है जिसका बड़ा नुकसान भी देखने को मिल सकता है। ज्यादातर एटीएम ऐसे ओएस पर काम कर रहे हैं जो WannaCry मैलवेयर से प्रभावित हो सकते है।
रैंजमवेयर अटैक के बाद ऐसा माना जा रहा है कि भारत में 2-3 दिनों के लिए एटीएम बंद रहेंगे। ऐसे मैसेज व्हाट्सऐप पर शेयर किए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी ऐसी खबरे हैं। हालांकि इस रैंजमवेयर अटैक से सबसे ज्यादा प्रभावित Windows XP है इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि Windows XP पर चलने वाले एटीएम को अपग्रेड किया जाएगा ऐसे में वो बंद रहेंगे।
ज्यादातर एटीएम बढि़या तरीके से काम कर रहे हैं लेकिन कुछ में अपडेटेड माइक्रोसाफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम संभवत: नहीं है। सूत्रों ने कहा कि इस तरह के एटीएम पर हमले की संभावना बन सकती है। इसलिए एहतियाती उपाय के तौर पर उन एटीएम को बंद रखा गया है। हालांकि इस बारे में रिजर्व बैंक ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। गौरतलब है कि देश में कुल 2.2 लाख एटीएम हैं, जिनमें से कुछ पुराने विंडोज एक्सपी ऑपरेटिंग सिस्टम XP पर चल रहे हैं।
ब्रिटिश सिक्योरिटी रिसर्चर का कहना है कि कुछ समय के लिए यह रुका है लेकिन आने वाले समय में यह और भी बढ़ेगा। इसे Wnaa Decrypt, WannaCryptro या WCRY के भी नाम से जाना जाता है। यह दूसरे रैंजवेयर की ही तरह किसी कंप्यूटर को पैसे न मिलने तक ब्लॉक कर सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वायरस एनएसए के बनाये उन हजारों हैकिंग टूल्स का हिस्सा हैं जिसे सीआर्इए से संबद्ध हैकर्स 'शैडो हैकर्स' ने लीक कर दिया है।
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