मल्हार मीडिया ब्यूरो।
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश दौरे से बौखलाए ड्रैगन ने भारत से बदला लेने के लिए अपने कागजी नक्शे में बदलाव किया है। उसने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के छह जिलों के नाम बदल दिए हैं। दिलचस्प बात यह है कि चीन ने अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के इन जिलों के नाम चीनी स्टैंडर्ड पर रखे हैं।
दलाई लामा के दौरे को लेकर भारत के खिलाफ चीन की यह पहली कार्रवाई है। चीनी मीडिया का कहना है कि भारत को इस क्षेत्र पर संप्रभुता दिखाने के लिए अरुणाचल के इन जिलों के नाम को चीनी स्टैंडर्ड के अनुसार बदला गया है। इससे पहले दलाई लामा को अरुणाचल प्रदेश दौरे की इजाजत देने को लेकर चीन ने भारत को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।हालांकि भारत ने उसकी इस धमकी को दरकिनार कर दिया था। चीन अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत के रूप में दर्शाता है।
मंगलवार को चीनी मीडिया ने कहा कि चीन ने दक्षिण तिब्बत के छह जिलों के नाम को चीनी स्टैंडर्ड के अनुसार बदल दिए हैं। चीन ने इन जिलों के नाम बदलकर वो ग्यैलिंग, मिला री, क्योइदेनगार्बो री, मैनक्यूका, बुमा ला और नामकपुब री रखा है. चीन इस क्षेत्र को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताकर अपना हक जताता है। हालांकि हकीकत यह है कि यह भारत का हिस्सा है, जिस पर उसका पूरा नियंत्रण भी हैं। चीन के नए सरकारी नक्शे में अरुणाचल के इन जिलों के नए नाम रोमन वर्णमाला में रखे गए हैं।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन ने इन इलाकों के नाम दलाई लामा का अरुणाचल दौरा खत्म होने के फौरन बाद 13 अप्रैल को ही बदला दिया। चीन का यह कदम तवांग समेत अरुणाचल के हिस्से पर अपनी दावेदारी को मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है। दलाई लामा के अरुणाचल दौरे को रोकने के लिए चीन ने तमाम कोशिशें की थी। उसने भारत को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी तक दे डाली थी, लेकिन भारत ने चीन की धमकी को दरकिनार कर दिया था और दलाई लामा ने अरुणाचल का दौरा किया था।
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