मल्हार मीडिया ब्यूरो।
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के बाद इंडिया टुडे को दिए अपने इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी को जमाखोरी और कालेधन पर जरूरी प्रहार किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी एकबारगी उठाया गया कदम नहीं है, बल्कि सरकार बनने के बाद कालेधन से लड़ाई में उठाया गए तमाम कदमों में से एक कदम है। वे डिजिटल लेनदेन की व्यवस्था को वर्तमान में नकदी की समस्या से कहीं आगे का प्रयास बताते हैं।
नोटंबदी के बाद अलग-अलग फैसलों के लिए जारी होने वाली सरकार की विविध अधिसूचनाओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बचाव किया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि खराब कार्यान्वयन के उलट यह तो बदलती परिस्थितियों के हिसाब से सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया का सबूत है। पीएम ने कहा कि नीति के स्तर पर कोई अनिश्चितता नहीं थी। केवल रणनीति में बदलाव किए गए।
नोटबंदी के बाद सरकार द्वारा बार-बार बदले गए नियमों पर विपक्ष हर बार केंद्र को निशाना बनाता रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार द्वारा बार बार संशोधनों और यू-टर्न को उचित ठहराया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नीति के कार्यान्वयन में लगातार परिवर्तन जानबूझ किए गए ताकि जो लोग इस फैसले के उद्देश्य को परास्त करने की कोशिश कर रहे थे उन्हें घेर कर उनकी कोशिश को नाकाम किया जा सके।
मोदी ने कहा कि नीति और रणनीति के बीच के अंतर को समझा जाना चाहिए। इन्हें एक ही खांचे में नहीं फिट करना चाहिए। नोटबंदी का फैसला हमारी नीति है और यह बिलकुल स्पष्ट, अटल और निर्णयात्मक है।" उन्होंने कहा, "लेकिन, हमारी रणनीति को अलग होना चाहिए। इसे पुरानी कहावत तू डाल डाल तो मैं पात पात के अनुरूप होना चाहिए। हमें अपने दुश्मन से दो कदम आगे रहना चाहिए। जब समस्या सामने आई तो हमने तुरंत कार्रवाई की और जरूरी कदम उठाए।"
सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोट अमान्य घोषित किए थे। इसके बाद से सरकार ने नियमों में बदलाव के लिए 61 अधिसूचनाएं जारी कीं। मोदी ने कहा कि यह बदलते हालात के हिसाब से त्वरित प्रतिक्रिया की सरकार की दक्षता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि कई लोग ऐसे हैं जो इसे ही पसंद करते हैं कि हम एक दिशानिर्देश जारी कर दें और उन्हें उसी पर किसी भी हालत में चलते रहने की इजाजत दें। लेकिन, मुझे आश्वस्त करने दीजिए, ऐसा कुछ भी नहीं होने जा रहा है।"
 
                   
                   
             
	               
	               
	               
	               
	              
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