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मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा, कांग्रेस निर्वाचन आयोग पहुंची

राज्य            Feb 02, 2018


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

मध्यप्रदेश की शिवराज  सरकार के शनिवार को संभावित मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही इसे राज्य में दो स्थानों पर होने वाले उपचुनावों को प्रभावित करने का प्रयास बताया है। राज्य में शुक्रवार को मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं। यह बात अलग है कि इस बारे में अभी तक आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।

वरिष्ठ अधिकारियों के राजभवन जाने और तैयारियों की खबरों के चर्चाओं में आने पर संभावना जताई जा रही है कि शनिवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।

सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को आधार बनाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय जाकर ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य में दो विधानसभा क्षेत्रों- मुंगावली व कोलारस में उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है और यह 28 फरवरी तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान मंत्रिमंडल का विस्तार या पुर्नगठन चुनाव को परोक्ष या अपरोक्ष रूप से प्रभावित करने वाला होता है।

इस स्थिति में मंत्रियों को शपथ दिलाना मान्य परंपराओं के प्रतिकूल माना जाएगा।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र सौंपते हुए शिकायत की है कि प्रदेश की कोलारस-मुंगावली निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही है एवं आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है। उन्होंने कहा कि विश्वसनीयता के साथ जानकारी प्रदर्शित हो रही है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान 3 फरवरी, 2018 को अपने मंत्रीमंडल का पुनर्गठन कर रहे है, जिसके संबंध में सम्पूर्ण तैयारियां जोरों से चल रही हैं।

चूंकि कोलारस एवं मुंगावली विधान सभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति अत्यंत नाजुक होने के कारण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एन-केन-प्रकारेण उक्त विधानसभा क्षेत्रों में प्रलोभन की स्थ्तिि पैदा कर रहे है, इससे साफ है कि मंत्रीमंडल में जिन भाजपा विधायकों को शामिल किया जाएगा उनकी जातियता, समाज एवं क्षेत्रवार स्थिति से दोनों ही विधान सभा क्षेत्र में मतदाताओं को प्रलोभित करने का कृत्य करने की तैयारी हैं, जो कि प्रभावशील आदर्श आचार संहिता का सरासर खुला उल्लंघन है। 



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