मल्हार मीडिया।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अपनी 15 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार की उपेक्षा से नाराज मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के कर्मचारी 21 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेंगे। ये कर्मचारी 13 फरवरी से आंदोलनरत है। गुरुवार को नर्सों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर काम किया। वे अगले तीन दिनों तक काली पट्टी बांधकर ही काम करेंगे।
हेल्थ एंड मेडिकल एजुकेशन एम्प्लाइज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह कौरव के मुताबिक, प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से सरकार से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन अब तक सरकार ने कुछ निर्णय नहीं लिया। कौरव ने चेतावनी दी कि अगर घेराव के बावजूद सरकार ने मांगों को नहीं माना, तो 1 मार्च से स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे।
यह हैं मांगें
वेतनवृद्धि की जाए।
नर्सिंग संवर्ग का पदनाम बदला जाए।
पैरामेडिकल कर्मचारियों को भी रात्रि ड्यूटी का भत्ता दिया जाए।
नर्सेस संवर्ग के रिक्त पदों की पूर्ति की जाए।
वर्षा से कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिलाकर ड्रेसर पद की पूर्ति की जाए।
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