मल्हार मीडिया ब्यूरो कटनी/जबलपुर।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में गुरुवार को कटनी पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए करोड़ों के हवाला कांड के मुख्य सूत्रधार सतीश सरावगी को जबलपुर से गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को पुलिस आरोपी सतीश सरावगी को न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगेगी। इसके बाद मामले से जुड़े अन्य बड़े खुलासे होने की संभावना होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक शशीकांत शुक्ला ने बताया कि आरोपी सतीश सरावगी के विरुद्ध कोतवाली में 420 का प्रकरण दर्ज था इसके बाद से ही पुलिस को उसकी तलाश थी।
फरियादी रजनीश तिवारी ने आरोपी के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपी सतीश सरावगी ने उसके नाम से बैंकों में फर्जी खाते खोल कर करोड़ों का लेन-देन किया है। पुलिस अधीक्षक शुक्ला ने बताया कि कटनी जिले में हुए करोड़ों के फर्जीवाड़े में सतीश सरावगी मुख्य सूत्रधार हैं। उससे पूछताछ के बाद अन्य मामलों का खुलासा भी हो सकता है। एसपी शुक्ला ने यह भी बताया कि सतीश सरावगी के बाद अब पुलिस की नजर दूसरे आरोपी मनीष सरावगी पर है। उसे भी जल्द ही गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ईडी कर रही जांच
ईडी सूत्रों के अनुसार एक्सेस बैंक से करोड़ों के हवाला काण्ड के लिए कितनी बोगस फर्मे खोलीं गई थीं और इनसे कितने का ट्रांजेक्शन कर काला-सफेद किया गया है। इन सवालों के जबाब ईडी की जांच टीम खंगाल रही है। ईडी के सहायक निदेशक एसपी पांडे समेत तीन सदस्यी टीम ने सतीश सरावगी के एकाउंटेंट के जरिए करोड़ों रुपए के लेन-देन का लेखाजोखा तैयार किया किया है और एसआईटी की जांच में कितनी फर्में अभी संचालित हैं इसका ब्यौरा भी जुटाया गया है।
सरावगी बंधुओं के कनेक्शन एसके मिनरल्स से जुड़े हैं जिसके माध्यम से करोड़ों काला धन खपाया। जिसका खुलासा तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने करते हुए हवाला कांड की परतें खोली थीं। लेकिन आनन-फानन में सरकार द्वारा उनका तबादला छिंदवाड़ा कर दिया था जिसका जनता ने जमकर विरोध किया था। परतें खुलने के साथ एक्सेस बैंक के 32 फर्जी खातों से दिल्ली, कोलकाता, आंध्रप्रदेश, तमिनलांडु, हरियाणा व गुडग़ांव आदि में करोड़ों का लेन-देन होने की बात सामने आई है।
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