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विधायक बोले इस्तीफा दे दूंगा तो मंत्री बोले बड़ी मुश्किल से टिकट मिलता है

राज्य            Mar 07, 2017


मल्हार मीडिया।
मध्यप्रदेश में भाजपा के विधायक अपनी ही सरकार से त्रस्त हैं। यही कारण है कि विधानसभा में भाजपा विधायकों द्वारा अपनी ही सरकार पर हमला बोलने का क्रम जारी है। वहीं नौकरशाहों के खिलाफ भी सदन में जमकर हल्ला हो रहा है। छिंदवाड़ा के चौरई से बीजेपी विधायक रमेश दुबे ने सदन में ग्रामीण पंचायत विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विधायक दुबे ने मनरेगा में फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और जिला पंचायत सीईओ और मनरेगा प्रभारी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। दिलचस्प बात ये है कि जब विधायक ने कहा कि उसकी सुनी नहीं जा रही तो वह इस्तीफा दे देंगे इस पर मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा इस्तीफा देने की जरूरत नहीं बड़ी मुश्किल से टिकट मिलता है।

विधायक रमेश दुबे का कहना था कि मैं पांच बार विधानसभा में यह प्रश्न लगा चुका उसके के बाद भी भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, हर बार उत्तर अलग आता है। अधिकारी उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर सदन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव खड़े हुए और जांच का आश्वासन देने लगे जिस पर विधायक दुबे भड़क गए और कहने लगे जांच कराने से क्या होगा। मैं हर बार प्रश्न लगा रहा हु, हर बार उत्तर अलग आ रहा है। जब तक आप जिला पंचायत सीईओ और मनरेगा प्रभारी को नहीं हटाएंगे तब तक भ्रष्टाचार ख़त्म नहीं होगा। भ्रष्टाचार की जड़ यह अधिकारी है। अगर मेरे आरोप गलत साबित हुए तो में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने को तैयार हूँ।

विधायक की इस्तीफा देने की धमकी पर मंत्री भार्गव खड़े हुए बोले इस्तीफ़ा देने की जरूरत नहीं है। बड़ी मुश्किल से विधायक का टिकट मिलता है और मुश्किल से ही कैंडिडेट चुनाव जीतता है। मंत्री के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने खड़े होकर आपत्ति जताई और कहा कि टिकट के नाम पर मंत्री विधायक को धमकी दे रहे है और उनके आक्रोश को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।

इसके बाद मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा जिला पंचायत सीईओ को हटाने के लिए सीएम से बात करेंगे| वहीं मंत्री गोपाल भार्गव ने सदन में जिला मनरेगा अधिकारी को तत्काल हटाने की घोषणा की और उच्च अधिकारी से मामले की 7 दिन में जाँच करवाने का आश्वासन भी दिया।



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