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RTI एक्टिविस्ट का आरोप जिला चिक्तिसालय में डेढ़ करोड़ का घोटाला,शिकायतों पर नहीं होती कार्यवाही

राज्य            Feb 19, 2017


उमरिया से सुरेंद्र त्रिपाठी
जिला चिकित्सालय में एन आर सी कार्यक्रम में डेढ़ करोड़ के घोटाले की शिकायत आरटीआई एक्टिविस्ट ने दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि यहां शिकायतों पर कोई कार्यवाही नहीं होती। उन्होंने ऊपर से नीचे तक मिलीभगत होने के भी आरोप लगाये हैं।

मध्यप्रदेश के उमरिया जिला चिकित्सालय में घोटालों की फेहरिस्त जितनी लम्बी है उतनी ही लंबी हैं बिना कार्यवाही हुई शिकायतों की फाईलें। आर टी आई एक्टिविस्ट सुनील सिंह की मानें तो उन्होंने इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव से की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई इसके अलावा भी उन्होंने लगभग एक हजार शिकायतें हैं जिन पर कार्यवाही नहीं हुई। सुनील सिंह का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग का पूरा अमला मिला हुआ है जो भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण दे रहा है।

उमरिया के जिला चिकित्सालय में कुपोषित बच्चों के देख रेख में खर्च होने वाली डेढ़ करोड़ की राशि के गबन का मामला सामने आया है। आरोप है कि सिविल सर्जन ने 2012 से एन आर सी में भर्ती कुपोषित बच्चों प्रसूताओं और सहायिकाओं को दी जाने वाली यह राशि बतौर एडवांस निकाल ली और उसका गबन कर लिया है।

मामले के खुलासे के बाद जाँच की बात कही जा रही है वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर आर के सिंह की मानें तो हितग्राहियों की राशि से सामान खरीद लिया गया है लेकिन हिसाब नहीं है सी एम एच ओ ने तो मीडिया के सामने यह भी कह दिया की सब गड़बड़ झाला है आप कैमरा बंद करो तो मैं बताता हूँ।

जिले के कलेक्टर अभिषेक सिंह ने गबन के मामले में टीम बनाकर जाँच के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा नवजात शिशुओं और प्रसूताओं की मौत उमरिया में होना इस बात की गवाही है कि यहाँ उनके हक़ के निवाले पर जिम्मेदार अफसरों ने डाका डाल लिया है और उनके हिस्से की रकम ऊपर से नीचे तक बाँट दी गई।



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