मल्हार मीडिया।
मध्यप्रदेश सरकार ने डिजीटल होने की तरफ एक और कदम बढ़ाया है। अब यहां मंत्रालय सेवा के अधिकारियों की गोपनीय चरित्रावली भी डिजीटल की जायेगी। राज्य एवं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की तरह फोटोयुक्त ग्रेडेशन लिस्ट तैयार होगी। उनकी पुरानी फाइल और गोपनीय चरित्रावली का भी डिजिटाइजेशन होगा। सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने आज मंत्रालय में सामान्य प्रशासन विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि मंत्रालय सेवा के 8 अधिकारी को ट्रेनिंग के लिये पंचगनी के इंस्टीट्यूट भेजा जा रहा है।
राज्य मंत्री ने प्रशासन अकादमी की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि तृतीय श्रेणी कर्मचारियों का क्षेत्रीय प्रशिक्षण जल्द शुरू किया जाये। उन्होंने कहा कि विभाग के संबंध में दृष्टि-पत्र में शामिल बिन्दु और किये गये नवाचार पर प्रेजेंटेशन तैयार किया जाये। उन्होंने कहा कि विभाग की गतिविधियों में तुलनात्मक स्थिति भी दर्शाये। श्री आर्य ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में विषय-विशेषज्ञों की सलाह से प्रश्न तैयार किये जायें। परीक्षा में किसी भी दशा में गलत प्रश्न शामिल नहीं हों। बताया गया कि आयोग ई-ऑफिस की दिशा में पहल कर चुका है।
श्री आर्य ने दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन और मध्यांचल तथा मुम्बई स्थित मध्य-लोक की प्रगति पर भी चर्चा की। बताया गया कि मध्यप्रदेश भवन नई और वृहद जमीन पर बनाया जायेगा। मध्यांचल में व्हीआईपी रूम अपग्रेड होंगे। साथ ही पास की जमीन मिल जाने से मध्यांचल का विस्तार किया जायेगा। श्री आर्य ने मुख्य तकनीकी परीक्षक कार्यालय के लिये चलित प्रयोगशाला शुरू करने की अद्यतन स्थिति जानी और संस्थान के सुदृढ़ीकरण की बात कही।
बैठक में प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन सीमा शर्मा, पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त अनिल कुमार, पुलिस महानिदेशक ईओडब्ल्यू विजय यादव, लोक सेवा आयोग की सचिव रेणु पंत, उप आवासीय आयुक्त आर.के. मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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