 मल्हार मीडिया डेस्क
वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर  ‘एक साल कई सवाल’ किताब  लिखी है, जिसमें मोदी सरकार के गुजरे एक साल की पड़ताल और मोदी के लिए आने वाली चुनौतियों का पोस्टमार्टम है। इससे पहले चाय वाले से प्रधानमंत्री तक किताब वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्रकाश हिंदुस्तानी ने लिखी थी
दरअसल, नरेंद्र मोदी को सत्ता में आए एक साल पूरा हो गया है। मोदी जिस बहुमत के साथ सत्ता में आए हैं, उसमें उम्मीदों का बोझ बहुत है। लेकिन, क्या साल भर में उन उम्मीदों के पूरा होने की तरफ कदम बढ़े हैं? नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर कई सवाल भी हैं। यह किताब उन्हीं सवालों को सामने रखती है।
एंड्रॉयड यूजर्स Google Play में Ek Saal Kai Sawaalटाइप कर इस ई बुक को डाउनलोड कर सकते हैं। आईफोन धारकों के लिए एक-दो दिन में ई-बुक उपलब्ध होगी। किताब नि:शुल्क है। पुण्य प्रसून वाजपेयी ने अब तक 6 किताबें लिखी हैं जिनमें, ‘आदिवासियों पर टाडा’, ‘संसदः लोकतंत्र या नजरों का धोखा’, ‘राजनीति मेरी जान’, ‘डिजास्टरः मीडिया एंड पॉलिटिक्स’, ‘ब्रेकिंग न्यूज’, ‘एंकर रिपोर्टर’शामिल है।
पुण्य प्रसून बाजपेयी देश के जाने-माने पत्रकार हैं और वर्तमान में ‘आजतक’ चैनल में कार्यरत हैं।  प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उन्हें लम्बा अनुभव है। उन्हें पत्रकारिता में बेहतरीन काम के लिए इंडियन एक्सप्रेस गोयनका अवॉर्ड से नवाज़ा जा चुका है। वे ऐसे इकलौते पत्रकार हैं जिन्हें यह सम्मान दो बार हासिल हुआ है।
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मल्हार मीडिया डेस्क
वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर  ‘एक साल कई सवाल’ किताब  लिखी है, जिसमें मोदी सरकार के गुजरे एक साल की पड़ताल और मोदी के लिए आने वाली चुनौतियों का पोस्टमार्टम है। इससे पहले चाय वाले से प्रधानमंत्री तक किताब वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्रकाश हिंदुस्तानी ने लिखी थी
दरअसल, नरेंद्र मोदी को सत्ता में आए एक साल पूरा हो गया है। मोदी जिस बहुमत के साथ सत्ता में आए हैं, उसमें उम्मीदों का बोझ बहुत है। लेकिन, क्या साल भर में उन उम्मीदों के पूरा होने की तरफ कदम बढ़े हैं? नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर कई सवाल भी हैं। यह किताब उन्हीं सवालों को सामने रखती है।
एंड्रॉयड यूजर्स Google Play में Ek Saal Kai Sawaalटाइप कर इस ई बुक को डाउनलोड कर सकते हैं। आईफोन धारकों के लिए एक-दो दिन में ई-बुक उपलब्ध होगी। किताब नि:शुल्क है। पुण्य प्रसून वाजपेयी ने अब तक 6 किताबें लिखी हैं जिनमें, ‘आदिवासियों पर टाडा’, ‘संसदः लोकतंत्र या नजरों का धोखा’, ‘राजनीति मेरी जान’, ‘डिजास्टरः मीडिया एंड पॉलिटिक्स’, ‘ब्रेकिंग न्यूज’, ‘एंकर रिपोर्टर’शामिल है।
पुण्य प्रसून बाजपेयी देश के जाने-माने पत्रकार हैं और वर्तमान में ‘आजतक’ चैनल में कार्यरत हैं।  प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उन्हें लम्बा अनुभव है। उन्हें पत्रकारिता में बेहतरीन काम के लिए इंडियन एक्सप्रेस गोयनका अवॉर्ड से नवाज़ा जा चुका है। वे ऐसे इकलौते पत्रकार हैं जिन्हें यह सम्मान दो बार हासिल हुआ है।
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