 योग सिखाने वालों  ने अपनी संम्पति को  भी योग कराकर महायोग में बदल दिया ,धन का योग  भी एक कला है वरना पराये सुख से कौन सुखी हुआ है कदम -कदम पर  स्वार्थ का कालीन बिछा  है चलने वाले बिना मतलब के एक कदम भी नहीं  चलते है ।  उच्च वर्गीय को धन के अलावा कोई योग समझ  ही  नहीं  आता है निम्नवर्गीय सुबह  से शाम तक पेट के योग के लिए मेहनत करता है और  मद्यमवर्गीय  दोनों के बीच संतुलन बनाये रखने का योग करता है।  न्यूज़ चैनल के योग से आप सब परिचित  है ही सच का झूठ और झूठ का सच करने का महायोग करने में निपुण होते है।  
योग तो योग हैं  जीवन में कुछ भी जोड़ने का काम करता है अग्रेजी में यह प्लस है  सरप्लस भी  हो जाता है ।  सरप्लस का भाव अंधा  बना  देता है  सब मानवीयता   भूलाकर ।  प्लस और सरप्लस ,योग और महायोग जीवन के अंतिम समय में सब  शून्य हो जाता है और मिट्टी में  मिलकर मिट्टी  से महायोग कर लेता है । योग और महायोग का यही अंतिम सत्य है।  इसलिए सच को पहचानो योग से नाता जोड़ो और महायोग से वियोग करो।
योग सिखाने वालों  ने अपनी संम्पति को  भी योग कराकर महायोग में बदल दिया ,धन का योग  भी एक कला है वरना पराये सुख से कौन सुखी हुआ है कदम -कदम पर  स्वार्थ का कालीन बिछा  है चलने वाले बिना मतलब के एक कदम भी नहीं  चलते है ।  उच्च वर्गीय को धन के अलावा कोई योग समझ  ही  नहीं  आता है निम्नवर्गीय सुबह  से शाम तक पेट के योग के लिए मेहनत करता है और  मद्यमवर्गीय  दोनों के बीच संतुलन बनाये रखने का योग करता है।  न्यूज़ चैनल के योग से आप सब परिचित  है ही सच का झूठ और झूठ का सच करने का महायोग करने में निपुण होते है।  
योग तो योग हैं  जीवन में कुछ भी जोड़ने का काम करता है अग्रेजी में यह प्लस है  सरप्लस भी  हो जाता है ।  सरप्लस का भाव अंधा  बना  देता है  सब मानवीयता   भूलाकर ।  प्लस और सरप्लस ,योग और महायोग जीवन के अंतिम समय में सब  शून्य हो जाता है और मिट्टी में  मिलकर मिट्टी  से महायोग कर लेता है । योग और महायोग का यही अंतिम सत्य है।  इसलिए सच को पहचानो योग से नाता जोड़ो और महायोग से वियोग करो। 
 
                   
                   
	               
	               
	               
	               
	              
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