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आदि गोदरेज ने सौपी अपनी बेटी निसाबा के हाथ में जीसीपीएल की कमान

बिजनस            May 10, 2017


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

उद्योगपति आदि गोदरेज ने गोदरेज समूह की फ्लैगशिप कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (जीसीपीएल) की कमान बेटी निसाबा को सौंप दी है। इस तरह 39 साल की निसाबा बड़े आकार की भारतीय फर्म का नेतृत्व करने वाली सबसे युवा महिलाओं में शुमार हो गई हैं। गोदरेज देश के पुराने उद्योग घरानों में से एक है। 117 साल से कंपनी की अगुआई कर रहे आदि गोदरेज मानद चेयरमैन बनेंगे। वर्तमान में कंपनी की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर निसाबा 10 मई, 2017 से एक्जीक्यूटिव चेयरपर्सन की नई भूमिका निभाएंगी। आदि ने कहा है कि वह जीसीपीएल के बोर्ड में सेवाएं देते रहेंगे। विवेक गंभीर भी कंपनी के एमडी और सीईओ बने रहेंगे। वयोवृद्ध उद्योगपति बोले कि जीसीपीएल की नींव बेहद मजबूत है। यह नए चेयरपर्सन के लिए बागडोर हाथ में लेने का उपयुक्त समय है। उन पर कंपनी को प्रगति के अगले चरण में पहुंचाने का जिम्मा होगा।

बीते एक दशक में निसाबा ने जीसीपीएल की रणनीति और बदलावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 2011 से वह जीसीपीएल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में हैं। कंपनी के प्रोजेक्ट लीपफ्रॉग के पीछे उन्हीं का दिमाग था। वर्ष 2007 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट के तहत जीसीपीएल ने इनोवेशन और कंसोलिडेशन के जरिये घरेलू कारोबार को रफ्तार दी। साथ ही वह भारत के बाहर उभरते बाजारों में निवेश करके ग्लोबल स्तर पर पहुंची। इस अवधि के दौरान जीसीपीएल का बाजार पूंजीकरण 20 गुना बढ़कर तीन हजार करोड़ से बढ़कर 60 हजार करोड़ रुपये हो गया। वर्तमान में कंपनी के राजस्व का लगभग आधा विदेशी बाजारों से आता है। जीसीपीएल की मौजूदगी कंज्यूमर गुड्स, रियल एस्टेट, अप्लायंसेज और कृषि क्षेत्र में है

आदि गोदरेज के तीन बच्चे हैं। इनमें निसाबा मंझली हैं। बड़ी बेटी तान्या दुबाश गोदरेज ग्रुप की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर व चीफ ब्रांड ऑफिसर हैं। जबकि बेटा पिरोजशा, गोदरेज प्रॉपर्टीज का एक्जीक्यूटिव चेयरमैन है। निसाबा ने पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी में द वॉर्टन स्कूल से ग्रेजुएट किया है। इसके बाद हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए पूरा किया है। निसाबा के पति कल्पेश मेहता का कारोबार रियल एस्टेट क्षेत्र में है। उनका एक बेटा है

पदोन्नति पर निसाबा ने कहा कि समूह उनके पिता के दिखाए गए अनुशासन, परिणाम उन्मुख व विनम्र दृष्टिकोण के मार्ग पर हमेशा चलता रहेगा। मंगलवार को ही जीसीपीएल के तिमाही परिणामों की भी घोषणा हुई। मार्च में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान एफएमसीजी कंपनी का मुनाफा तीन गुना बढ़कर 389.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। ज्यादातर श्रेणियों में बिक्री बढ़ने का कंपनी को फायदा मिला। वित्त वर्ष 2015-16 की इसी अवधि में कंपनी को 124.84 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। 



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