डॉ.प्रकाश हिन्दुस्तानी ।
यशराज फिल्म्स की ‘पठान’ में कुछु कुछु नहीं होता, केवल धूम धड़ाका, सूं-सां, फाइटिंग,रेस,मार पिटाई, यातना, बम विस्फोट आदि होते रहते हैं। और वह भी भारत के अलावा यूएई, फ़्रांस,...
नवीन रंगियाल।
जॉर्ज माइकल के कॅफ़िन पर जब बर्फ़ गिर रही थी, तब उसके ‘लास्ट क्रिसमस’ पर दुनिया में मोमबत्तियाँ टिमटिमा रही थीं।
ऐसा ही एक दिसंबर था—सर्दी से ठिठुरता हुआ।
25 दिसंबर 2016...
नवीन रंगियाल
एडेल की तरह कभी तुमने बारिशों को आग लगाई है?
कभी गहरे उतरे हो… बहुत गहरे तक… उस पार… जैसे ‘रोलिंग इन द डीप’। कभी गहरे तक अंदर कुछ जला है…...
मल्हार मीडिया डेस्क।
बॉम्बे के एक मामूली रेस्तरां में एक आदमी ने भरपेट भोजन किया और जब वेटर ने बिल पेश किया तो वह सीधे मैनेजर के पास गया और ईमानदारी से स्वीकार किया कि...
अरूण पांडे।
शाहरुख़ की फ़िल्म का ट्रेलर देखने के बाद मुझे लग रहा है कि उन्होंने वैष्णोदेवी के दर्शन और उमरा करके सही किया क्योंकि उनकी फ़िल्म पठान को फ़्लॉप होने से अब God ही...
वर्षा मिर्जा।
कला एक ऐसा चलचित्र है जिसे देखने के बाद मन देर तक खड़े होकर ताली बजाने का करता है। हर दृश्य किसी बड़ी पेंटिंग सा गहरा और हर शब्द मीठा जैसे...
डॉ.प्रकाश हिन्दुस्तानी।
अगर आपने दृश्यम देखी होगी तो आप जानते ही होंगे कि 2 अक्टूबर को गांधी व शास्त्री जयंती मनाई जाती है। यह ड्राई डे भी होता है।
इसके अलावा 2 अक्टूबर...
मल्हार मीडिया ब्यूरो।
बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान को मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम ने रोक लिया है। एयरपोर्ट पर तैनात इंटेलिजेंस यूनिट यानी AIU के सूत्रों से पता चला है कि शुक्रवार रात को शाहरुख...
डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी।
ऊंचाई राजश्री प्रोडक्शन की साठवीं फिल्म हैं। जाहिर है यह फिल्म भी साठोत्तर लोगों के लिए ही हैं। शाकाहारी भोजनालय की थाली जैसी सादी, कम मसाले वाली, सात्विक थाली जैसी फिल्म...
वीरेंद्र भाटिया।
जिस प्रान्त और कल्चर की अपनी लिपि होती है उस कल्चर को सहेजने की जिम्मेदारी उस भाषा या लिपि के लेखकों की होती है।
जिस प्रान्त और कल्चर की अपनी भाषा...