मल्हार मीडिया डेस्क।
कोरोना जैसी भयावह महामारी के प्रकोप को अभी तक दुनिया भुला भी नहीं पाई है। वहीं, चीन में एक और खतरनाक वायरस ने दस्तक दे दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दिनों चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। कहा जा रहा है कि बढ़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) सतर्क हो गया है। वह देश में सांस और मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के संपर्क में है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) भी कोरोना की ही तरह सांस से फैलने वाला वायरस है, हालांकि कोरोना के इतर इस वायरस के कारण ऊपरी और निचले दोनों श्वसन पथ में संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसके लक्षण आमतौर पर सामान्य फ्लू की तरह के ही होते हैं ऐसे में लोग इस संक्रमण को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं।
उन्होंने कहा कि शिशुओं और बुजुर्गों, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है उनमें मेटान्यूमोवायरस के कारण गंभीर बीमारी होने का खतरा अधिक हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा, 'चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के प्रकोप की खबरें आ रही हैं, लेकिन हमने देश में सांस से संबंधी प्रकोपों का आंकलन किया है और दिसंबर 2024 के आंकड़ों में कोई विशेष वृद्धि नहीं देखी गई है। हमारे संस्थानों से बड़े पैमाने पर कोई मामले सामने नहीं आए हैं। इस समय की स्थिति को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है।'
डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि सर्दियों में आमतौर पर सांस के माध्यम फैलने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ता है, जिसके लिए हमारे अस्पतालों में जरूरी आपूर्ति और बेड की व्यवस्था पहले से की गई है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी। कहा कि अगर किसी को खांसी और जुकाम हो तो वह दूसरों के संपर्क में आने से बचे ताकि संक्रमण न फैले।
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