मल्हार मीडिया भोपाल।
अजब मध्य प्रदेश में गजब कारनामा सामने आया है। यहां वन विभाग ने 6592 फॉरेस्ट गार्डों को गलती से 165 करोड़ से अधिक का सैलरी भुगतान कर दिया है।गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद अब सरकार ने ब्याज समेत इसे वसूलने के लिए आदेश जारी किए हैं।
यानि कोषालय की गलती का खामियाजा वनरक्षकों को भुगतना होगा।
2006 से काम कर रहे वनरक्षकों से पांच लाख रुपये और 2013 से काम कर रहे वनरक्षकों से 1.5 लाख रुपये की वसूली की जाएगी। इस पर 12 प्रतिशत की दर से ब्याज भी लौटना होगा।
दरअसल, कोषालय की गलती के चलते 6592 फॉरेस्ट गार्ड्स को 165 करोड़ रुपये से अधिक का वेतन दे दिया गया। यह पूरा मामला सितंबर, 2014 से पहले हुई फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती से जुड़ा हुआ है। पे बैंड की गलत गणना के कारण ये गड़बड़ी हुई है।
5200 पे बैंड के बजाय 5680 के हिसाब से कर दिया गया भुगतान
भर्ती नियम के मुताबिक, 6592 फॉरेस्ट गार्ड्स को पे बैंड 5200 देना था, लेकिन 5680 पे बैंड के हिसाब से भुगतान कर दिया गया. हालांकि जब वित्त विभाग की ओर से इसका परीक्षण किया गया तो पता चला कि वन रक्षक भर्ती नियम का उल्लंघन किया गया है। वित्त विभाग के मुताबिक, वन विभाग ने वेतन की गलत गणना की और कोषालय अधिकारी भी उन्हें बढ़ा हुआ वेतन जारी करता रहा।
अब वित्त विभाग के निर्देश के बाद वन विभाग ने वेतन बैंड में सुधार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जो वेतन दिए गए हैं उसकी वसूली की भी तैयारी शुरू कर दी गई है।
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