मल्हार मीडिया ब्यूरो।
पूरे देश में एक तरफ लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों से लेकर प्रशासन तक तैयारियों में जुटा है। वहीं दूसरी ओर एक साल बाद चुनावी मौसम में जबलपुर में कोरोना के दस्तक देने की जानकारी सामने आई है।
बताया जा रहा है कि जबलपुर के एक सरकारी कॉलेज की 64 वर्षीय प्रोफेसर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस वजह से उन्होंने चुनाव ड्यूटी से नाम वापस लेने जिला निर्वाचन कार्यालय में आवेदन दिया है।
कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद पूरे सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। कर्मचारी के संक्रमण होने की पुष्टि होते ही प्रोफेसर की ड्यूटी निरस्त कर दी गई है। लेकिन निजी पैथोलॉजी के मेडिकल बोर्ड को बगैर सूचना दिए रिपोर्ट जारी करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपनाने की तैयारी कर ली है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से बंसल पैथोलॉजी को एक नोटिस जारी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि चीन में फैली इस बीमारी ने साल 2020 में भारत में एंट्री ली थी। लगातार बढ़ते मामलों के बाद इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश भर में लॉक डाउन लगा दिया गया था।
कोविड की इस महामारी से राहत मिलने में पूरी दुनिया को लगभग 3 साल से अधिक का वक्त लग गया था। लेकिन एक बार फिर जबलपुर में इसका मामला सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच ग
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